आर एस एस के विरोध में जनता सड़कों पर उतरे: मलिक
1925 से सत्ता के लिए निर्दोष जनता ;मुस्लिम समुदाय, ईसाई व दलित द्ध कत्ले आम कराने वाले आरएसएस के विरोध में देश की जनता को सड़कों पर उतरने की सख्त जरूरत है। अगर तुरंत ऐसा कदम नहीं उठाया गया तो पूरे देश में कत्ले आम शुरू होगा। यह जानकारी आज यहां जारी एक बयान में पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक ने दी। मलिक ने यह भी कहा कि आरएसएस ने 1925 से देश में नफरत फैलाना कत्ले आम कराना इलाके के इलाके जलवाना आपसी भाई चारा समाप्त करना भय आतंक और झूठ बोलना उनकी आम आदत है । संघ को बहुत बड़ा सरकारी कर्मचारियों का समर्थन भी हासिल है। साथ ही अदालतें भी भेद भाव भी बरतती हैं जैसा कि इतिहास गवाह है। मालिक ने यह भी कहा कि आर एस एस के कारण अनगिनत बच्चे अनाथ हुए हैं सैकड़ों महिलाओं विधवा हुई हैं हजारों महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया है उनमें से कई महिलाओं अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए कभी भी अदालत नहीं गयी। बहुत सारी जगहों पर बम ब्लास्ट कराकर बेकसूरों को जेल ही नहीं भेजा है बल्कि देश के अरबों रुपये के संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है और हिन्दू मुस्लिम के बीच एक बड़ी खाई पैदा की है और इन सब हरकतों का उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना है ताकि यह मनुवादी शासन को स्थापित क्र सकें। संघ अपने को देश प्रेमी कहता जो सरासर झूट है आर एस एस कभी भी देश भक्त नहीं हो सकता है जैसा कि उनके अतीत की कारगुजारियों को देखकर कहा जा सकता है। देश के पिछड़े उनके साथ इसलिए चले जाते हैं कि वे छल करके अपने आप को इतना मजबूत कर लिया है वह डर की वजह से उनके खिलाफ कुछ बोल नहीं सकते। अब समय आ गया है कि देश की जनता उनके विरोध में सड़कों पर उतरे वरना देश तबाह व बर्बाद हो जाएगा। आज पूरी दुनिया के शांति प्रिय लोग आर एस एस के खिलाफ खड़े हो रहे हैं। और देश की जनता को भी अब उनके खिलाफ खड़ा होना चाहिए।