दादरी घटना भड़काव भाषणों का परिणामः मौलाना मुश्ताक
आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड का दादरी घटना के विरूद्ध ज़ोरदार प्रदर्शन
लखनऊ: आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड ने जुमे की नमाज के बाद मस्जिद तकवियतुल ईमान नादान महल रोड पर दादरी में हई अफसोसनाक घटना के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रर्दशकारीें अपने हाथों में बोर्ड लिए हुए थे। जिसमें लिखा हुआ था ‘‘दादरी में हुई घटना की हम निन्दा करते हैं’’ ‘‘सम्प्रदायिक शक्तियाँ मुर्दाबाद’’ ‘‘क्या हमारे देश में इंसानों की जान जानवरों से अधिक सस्ती है’’
इस अवसर पर मुख्यमंत्री उ0 प्र0 मि0 अखिलेश यादव को एक ज्ञापन भी दिया गया जिसमें दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यरवाई की माँग की गयी।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुश्ताक ने कहा कि गत वर्षो से कुछ लीडरों ने बराबर जहर उगला है जिसके परिणाम स्वरूप समाज में सम्प्रदायिकता का जहर गाॅव गाॅव तक फैल रहा है और दादरी की घटना इसका नतीजा है।
उन्होंने कहा कि इस घटना से इस बात का भी अंदाजा होता है कि किस तरीके से गाॅव और दीहात तक लोगों के जहनों में एक दूसरे के खिलाफ नफरतें पैदा की जा रही हैं। उन्होने कहा कि मुख्य मंत्री मि0 अखिलेश यादव ने सख्त आदेश जारी किये जिसके परिणाम में कोई सम्प्रदायिक दंगा नही हुआ लेकिन इस बात की जरूरत है कि अखलाक़ के घर वालों को उचित सुरक्षा दी जाए जिससे कि उनके घर वाले गाॅव छोड़ने पर मजबूर न हों।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए बोर्ड के सचिव मौलाना मुहम्मद सुफयान निजामी ने का कि हम लोग इस घटना की कठोर शब्दों में निन्दा करते हैं और जिस तरह से पिछले कुछ समय से सम्प्रदायिक शक्तियाँ घर्म की बुनियाद पर गोश्त को एक विषय बनायी हुई हैं इससे कम पढ़े लिखे लोगों के जहिन प्रभावित हुए हैं जिसके परिणाम में एक निर्दोष इंसान को अपनी जान गवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में इंसानों की जान जानवरों से अधिक सस्ती हो गयी है।
मस्जिद तकवियतुल ईमान के इमाम मौलाना जैनुल आबिदीन ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यरवाई को यकीनी बनाया जाए और सम्प्रदायिक लोगों के विरूद्ध सख्त कदम उठाये जायें जिससे कि प्रदेश को सम्प्रदायिक दंगों में झोंकने की साजिशों से बचाया जा सके
इस अवसर पर मुहम्मद फारूक खाँ, हाजी फैजुद्दीन, सै0 अयाज अहमद, मुहम्मद आसिम, हाजी यासीन, सऊद रईस, मुहम्मद नौशाद आरै बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।