दादरी घटना पर केंद्र ने मांगी यूपी सरकार से रिपोर्ट
नई दिल्ली : दादरी में कथित तौर पर गौमांस खाने पर भीड़ के द्वारा पीट-पीट कर मार डाले गए 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत को लेकर सियासत काफी गरमा गई है और राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप काफी तेज हो गए हैं। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को कथित रूप से गौमांस खाने पर दादरी में एक व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में गृह मंत्रालय ने यूपी सरकार को एडवाइजरी भी जारी की है। जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय ने यूपी सरकार से कहा, ‘ यह सुनिश्चित करें कि इस तरह की घटना फिर से नहीं हो।’
उधर, दादरी घटना पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयेाग (एनसीएम) ने जिला प्रशासन से आज रिपोर्ट मांगी, जिसके बाद इस मामले को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समक्ष उठाया जाएगा। आयोग ने कहा कि ‘भीषण’ अपराध को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए वह जिला प्रशासन द्वारा उठाये गये कदमों की निगरानी कर रहा है। आयोग के सदस्य प्रवीण डावर ने कहा कि एनसीएम एक निर्दोष मुस्लिम पर इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता है जिसमें उसके 23 वर्षीय पुत्र को भी गंभीर चोटें आई हैं।
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के दादरी शहर के एक गांव में 50 वर्षीय मोहम्मद इकलाख को सोमवार की रात भीड़ ने इस अफवाह के बाद पीट पीटकर कथित तौर पर मार डाला था कि उसके परिवार ने गौमांस का सेवन किया। हमले में इकलाख का पुत्र दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना की विपक्षी पार्टियों ने निंदा की है तथा आरोप लगाया है कि इस प्रकार की घटनाएं ‘घृणा के माहौल’ का परिणाम हैं, जो लोगों के धुव्रीकरण के लिए भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, गांव में अफवाह फैली कि सोमवार रात को एक गाय का वध किया गया है और गौमांस को एक घर में रखा गया है। इसके बाद करीब 200 लोगों की भीड़ ने इकलाख नामक एक व्यक्ति के घर पर हमला कर दिया। इस घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव फैल गया। पुलिस के अनुसार भीड़ ने इकलाख की कथित रूप से पीट पीट कर हत्या कर दी। हमले में उनका पुत्र दानिश गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि परिवार पर हमले के लिए 10 लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है तथा उनमें से छह को गिरफ्तार कर लिया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना की मजिस्टेट्र जांच का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने पीड़ित के परिवार के लिए 10 लाख रूपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।