स्ंविधान व डा.कलाम को समर्पित बुक फेयर का उद्घाटन करेंगे राज्यपाल

लखनऊ। राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल लान लखनऊ में एक से 11 अक्टूबर तक होने वाला तेरहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला भारतीय संविधान और भारत रत्न डा.अब्दुल कलाम को समर्पित होगा। दि फेडरेशन आॅफ पब्लिशर्स  एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से हो रहे के.टी.फाउण्डेशन के इस तेरहवें आयोजन का उद्घाटन मुख्यअतिथि राज्यपाल राम नाईक पहली अक्टूबर को करेंगे जबकि पुस्तक  मेले में पुस्तक प्रेमियों को हर बार की तरह न्यूनतम 10 फीसदी की छूट मिलेगी। 

पुस्तक मेले के आयोजक  देवराज अरोड़ा और उमेश  ढल ने  पत्रकारों का स्वागत करते हुए बताया कि वर्चुअल वल्र्ड की ओर बढ़ती दुनिया में किताबों का महत्व पहले से बढ़ा ही है। मनुश्य की सबसे अच्छी मित्र कहलाने वाली किताबें एक लम्बे अरसे से व्यक्ति और समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती आ रही हैं। देश के पांच प्रमुख और प्रतिष्ठित पुस्तक मेलों में षुमार हो चुके नवाबी नगरी के सन् 2003 से बराबर आयोजित इस  पुस्तक मेले में थिरुमाला साफ्टवेयर, भारतीय ज्ञानपीठ, किताबघर, उर्दू अकादमी दिल्ली व उत्तरप्रदेश, हिन्दुस्तानी अकादमी, सुभाश पुस्तक भण्डार, पदम बुक्स, यूनिकाॅर्न बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग, पीएम पब्लिकेशन्स, हिन्दी संस्थान, श्राची, आक्सफोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस, कला कुंज, टाइम्स आफ इण्डिया, राइजिंग पब्लिशर्स, राजकमल, प्रभात, राधाकृश्ण, वाणी, सम्यक प्रकाशन, लेक्सीकाॅन बुक्स, प्रकाषन संस्थान दिल्ली, साहित्य भण्डार इलाहाबाद के स्टाल तो होंगे ही, नये आने वालों में नन्दा बुक सर्विस, मिंड पावर एजूकेशनल एड्स, मातृभूमि मोबाइल एप, एडू एराउण्ड डाॅट काॅम, बिग बुक बाज़ार, ड्रीम बेकन्स पुणे, आरुशि बुक इत्यादि शामिल हैं। गंगा जमुनी तहजीब के शहर में लग रहे इस पुस्तक मेले में उर्दू के स्टालों में दिल्ली उर्दू अकादमी व गुड वल्र्ड का स्टाल दूसरी बार शामिल हो रहा है। 

संविधान को समर्पित इस पुस्तक मेलें में भारतीय संविधान की किताब आम लोगों को 20 रुपये में उपलब्ध होगी, जबकि आर्थिक कमज़ोर तबके के लोगों को स्वीकृति के बाद मेला कार्यालय से निःशुल्क भी दी जाएगी। पुस्तक मेले में लखनऊ की कला-संस्कृति, कारीगरी और अन्य पक्षों पर 240 दुर्लभ चित्रों से सुसज्जित पुस्तक ख़ास आकर्शण होगी। यह पुस्तक लगभग 40 प्रतिशत कीमत में लोगों को उपलब्ध होगी।