238 घायल, मृतकों में 2 भारतीय भी

जेद्दा : मक्का की प्रख्यात ग्रैंड मस्जिद पर एक विशाल क्रेन के गिर जाने से कम से कम 107 लोगों की मौत हो गई और 238 घायल हो गए। सूत्रों ने बताया कि मृतकों में 2 भारतीय भी शामिल हैं। सउदी प्राधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के बीच यह हादसा हुआ। नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कल ट्विटर पर बताया कि आपात दलों को मौके पर भेजा गया है। हादसे के एक घंटे पहले ही एजेंसी ने ट्वीट किया था कि मक्का में भारी बारिश हो रही है। सोशल मीडिया पर डाली गई तस्वीरों में वज्रपात होते नजर आ रहा है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज बताया कि जेद्दा स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के भारतीय अधिकारी मौके पर हैं और सूचना तथा सहायता मुहैया कराने के लिए उन्होंने 24 घंटे की एक हेल्पलाइन शुरू की है। स्वरूप ने बताया कि भारतीय अधिकारी रात भर स्थिति पर नजर रखते रहे। उन्होंने कहा, बहुत दुख के साथ हमें सूचित किया गया कि इस हादसे में दो भारतीयों की जान चली गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया हमें खबरें मिली हैं कि 15 भारतीय घायल हुए हैं और विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। इनमें 11 भारतीय भारतीय हज समिति के और चार निजी टूर ऑपरेटरों से हैं।

बताया गया कि घटना के वक्त वहां तेज बारिश हो रही थी। मक्का में आज हवा काफी तेज थी और मस्जिद में बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे। हादसे के बाद मस्जिद में अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षा एजेंसियां की तरफ से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। हादसे को देखते हुए मक्का की तरफ आने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है।

मक्का की दो पवित्र मस्जिदों के प्रवक्ता अहमद बिन मोहम्मद अल मंसूरी को आधिकारिक सउदी प्रेस एजेंसी ने यह कहते हुए उद्धृत किया है कि स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजकर 10 मिनट पर तूफानी हवाओं और तेज बारिश की वजह से क्रेन का कुछ हिस्सा ध्वस्त हो गया। मस्जिद में काम करने का दावा कर रहे अब्दुल अजीज नकूर ने बताया कि उसने तूफान के बाद क्रेन को गिरते देखा। उसने बताया कि अगर अलतवाफ पुल नहीं होता तो हताहतों की संख्या अधिक होती। ट्विटर पर डाली गई तस्वीरों में रक्तरंजित शव उस जगह पर पड़े नजर आ रहे हैं जहां क्रेन का शीर्ष हिस्सा बहुमंजिला इमारत पर गिरा। मस्जिद के क्षेत्र के विस्तार के लिए यहां बड़े स्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। जिस वजह से यहां अनेक क्रेन मौजूद हैं।

पिछले कुछ सालों में हज यात्रा में किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी है। सउदी अरब प्रशासन बड़ी संख्या में आने वाले हज यात्रियों की सुविधा और उनकी आवाजाही के लिए परिवहन तथा अन्य बुनियादी ढांचे संबंधी सुविधाओं के इंतजाम पर खर्च करता है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में मुस्लिम सालाना हज के लिए यहां पहुंचते हैं। समझा जाता है कि हज की शुरुआत 21 सितंबर से होगी। आम तौर पर शुक्रवार को ग्रैंड मस्जिद में बहुत भीड़ होती है।