‘मेक इन यूपी’ के बिना ‘मेक इन इण्डिया’ सम्भव नहीं: अखिलेश
मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर काॅनक्लेव में 51098 करोड़ रूपये के ‘इण्टेंट फाॅर कोआॅपरेशन’ हस्ताक्षरित
मुंबई : व्यवसाय एवं उद्यम स्थापित करने की प्रक्रिया को सुगम एवं उत्तम बनाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार के अनवरत प्रयासों के परिणाम स्वरूप मुम्बई एवं महाराष्ट्र के उद्योगजगत से उत्साहजनक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। राज्य की निवेश नीतियों एवं औद्योगिक वातावरण में विवास व्यक्त करते हुए उद्यमियों ने विभिन्न सेक्टरों में प्रदेश में 51098 करोड़ रुपये के निवेष के आशय प्रस्तावित किया।
इस संबंध में निवेशकों द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के साथ आज मुम्बई के ट्राइडेंट होटल में आयोजित निवेशक सम्मेलन में ‘इण्टेंट फाॅर कोआॅपरेशन’ पर हस्ताक्षर किए। जिन कम्पनियों ने राज्य में निवेश करने के लिए प्रस्ताव दिए हैं उनमें प्रमुख रूप से आइडिया सेल्यूलर, एलजी, रिलायंस जियो, गोदरेज एग्रोवेट, तोशिबा पावर, सेरेस बायो सिस्टम, कनोडिया ग्रुप, आॅल इण्डिया प्लास्टिक मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशियन, आईटीसी, इण्डो-गल्फ फर्टिलाइज़र्स, अमूल संचय आदि हैं। प्रमुख रूप से इलेक्ट्राॅनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, अवस्थापना विकास, आईटी, ऊर्जा, सौर ऊर्जा आदि सेक्टरों में निवेश के आशय प्रकट किए गए हैं।
लगभग 200 भारतीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों व कई बिज़नेस समूहों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री, अखिलेश यादव ने कहा- ”मेक इन इण्डिया तभी सफल हो पाएगा जब ‘मेक इन यू.पी.’ सफल होगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश न केवल देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है, बल्कि भारत का सबसे बड़ा बाज़ार भी है।“
उन्होंने कहा- ‘‘राज्य की निवेश नीतियाँ, अच्छे यातायात के साधन, बढ़ती हुई ऊर्जा क्षमता और अन्य सामाजिक सेवायें निश्चित रूप से दूसरे राज्यों की तुलना में उत्तर प्रदेश बेहतर है।’’ श्री यादव ने कहा कि मेरी सरकार उत्तर प्रदेश को प्रगतिशील और समृद्ध बनाने के लिए कृतसंकल्प है और इसलिए कई नई योजनाएं और परियोजनाएं शुरू की गई हैं।
सामाजिक व आर्थिक विकास के लिए अवस्थापना सुविधाओं के महत्व पर जोर देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक अवस्थापना विकास के लिए सरकार आईटी पार्क, मेगा फूड पार्क, लाॅजिस्टिक्स हब, प्लास्टिक सिटी, बायोटेक औद्योगिक पार्क एवं इण्टीग्रेटेड इण्डस्ट्रियल टाउनशिप्स स्थापित कर रही है।
आगरा से लखनऊ के बीच विकसित किए जा रहे 302 किमी लम्बे एक्सप्रेसवे के लिए बिना किसी बाधा के भूमि के प्रबन्ध का उल्लेख करते हुए श्री अखिलेश यादव ने कहा- ‘‘हमने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के लिए ज़मीन के मालिकों की सहमति से पूरी ज़मीन का इंतज़ाम सफलतापूर्वक बिना किसी विवाद के कर के दिखाया है। इसमें 10 जिलों में कुल 3059 हेक्टेयर्स ज़मीन का इंतजाम किया गया।’’
तेजी से विकसित की जा रही लखनऊ मेट्रो रेल के विषय में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा-‘‘हम लखनऊ में विश्व-स्तरीय, सुरक्षित, त्वरित व सस्ती परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए करीब 12,000 करोड़ की लागत वाली मेट्रो रेल की स्थापना कर रहे हैं। इस पर तेजी से काम चल रहा है और उम्मीद है कि यह अगले वर्ष 2016 के अन्त तक चलने भी लगेगी। इसके अलावा प्रदेश के चार अन्य नगरों-इलाहाबाद, मेरठ, कानपुर व वाराणसी में भी मेट्रो रेल विकसित करने की योजना है।’’
औद्योगीकरण एवं पर्यावरण में यथोचित संतुलन पर जोर देते हुए, अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार नोएडा, गे्रटर नोएडा, आगरा और लखनऊ में साइकिल ट्रैक्स बना रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग स्थानीय परिवहन के लिए साइकिल का इस्तेमाल करें और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने सर्वांगीण विकास के लिए ग्रामीण एवं पारम्परिक उद्योगों के विकास पर बल देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान मण्डियों का घनत्व बढ़ाने के उद्देश्य से हर 100 किमी पर एक मण्डी परिसर की स्थापना के लिए 1651 एग्रीकल्चर मार्केटिंग हब के निर्माण हेतु 466.53 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है और 7 जिलों में किसान बाज़ार स्थापित की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि ‘समाज के हर वर्ग के लिए लगातार विकास’ समाजवादी सरकार का सिद्धान्त है।
अपने सम्बोधन को समाप्त करते हुए, मुख्यमंत्री, अखिलेश यादव ने निवेशकों का उत्तर प्रदेश में आने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक व उद्यमी बन्धुओं के लिए उत्तर प्रदेश के द्वार खुले हैं। उम्मीदों के प्रदेश में उपलब्ध अवसरों का सफलतापूर्वक लाभ उठाने व उत्तर प्रदेश की प्रगति-यात्रा में अपना योगदान करने हेतु आपका स्वागत हैै।
इस अवसर पर बोलते हुए, राज्य मंत्री, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास – प्रो. अभिषेक मिश्रा ने कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार समग्र विकास को कृत संकल्प है। उनके मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार ने अवस्थापना, ऊर्जा, औद्योगिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
इसके पहले मुख्य सचिव, आलोक रंजन ने प्रतिभागियों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में विश्व स्तरीय अवस्थापना सुविधाएं विकसित कर रही है। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे एवं लखनऊ मेट्रो अक्टूबर-2016 तक पूर्ण हो जायेंगे। साथ ही आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, मेरठ तथा वाराणसी में भी मेट्रो चलाने की दिशा में कार्य चल रहा है।