इस तूफानी गेंदबाज को है भारतीय चयन प्रणाली से शिकायत
सीहोर (मप्र) : भारत में मौके नहीं मिलने के कारण ओमान में बसकर वहां की राष्ट्रीय टीम को टी20 विश्व कप में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज मुनीश अंसारी ने भारतीय चयन प्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए आज कहा कि ‘टीम इंडिया’ में किसी खिलाड़ी के चयन के लिए ‘गॉडफादर’ का होना बेहद जरूरी है।
सीहोर में जन्मे और पले-बढे अंसारी ने कहा, ‘भारतीय टीम में किसी खिलाड़ी के चयन के लिए ‘गॉडफादर’ का होना बेहद जरूरी है। मैं ही नहीं, कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनको सही समय पर मौका नही मिला है।’ अंसारी 145 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। उन्हें जब मध्यप्रदेश की क्रिकेट टीम में स्थान नहीं मिला, तो वह पेशेवर क्रिकेट खेलने का अपना सपना पूरा करने के लिए ओमान चले गए और वहां की राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे।
‘सीहोर एक्सप्रेस’ के नाम से भी मशहूर अंसारी ने विश्व टी20 क्वालीफायर में ओमान की तरफ से सात मैच खेले और 16 . 08 की औसत से 12 विकेट लिये। उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ 15 रन देकर चार और नामीबिया के खिलाफ 23 रन देकर तीन विकेट लिये और अपनी टीम को विश्व टी20 में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभायी। यह 31 वर्षीय तेज गेंदबाज अब अगले साल भारत में होने वाले विश्व टी20 में खेलने को लेकर उत्साहित है।
उन्होंने कहा, ‘अगले साल टी-20 विश्व कप में यदि भारत के खिलाफ मैच हुआ, तो मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ ओमान के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा।’ अंसारी पहली बार तब सुखिर्यों में आये थे जब उन्होंने 2006 को नेट प्रैक्टिश के दौरान इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिकेटर एन्ड्रयू फ्लिंटाफ का विकेट चटकाया था।