संगीतकार आदेश श्रीवास्तव का निधन
मुंबई: कैंसर से जूझ रहे संगीतकार आदेश श्रीवास्तव जिंदगी की जंग हार गए हैं। आदेश का पिछले 45 दिनों से अंधेरी के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले दिनों डॉक्टरों ने उनके इलाज से हाथ खड़े कर दिए थे और कीमियोथेरेपी भी बंद कर दी थी। ख़बर है की उनके इलाज में एक इंजेक्शन पर 12 लाख रुपये खर्च हो रहे थे।
आदेश श्रीवास्तव एक बेहतरीन संगीतकार थे और इंडस्ट्री में उनका खूब नाम था। आदेश पहले भी कैंसर का शिकार हुए थे, पर उन्होंने कैंसर पर जीत हासिल कर ली थी, लेकिन इस बार वो लंबी लड़ाई के बाद हार गए।
आदेश श्रीवास्तव का जन्म 4 सितम्बर 1966 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था। उन्होंने 100 से भी ज्यादा फिल्मों में संगीत दिया। आदेश की पत्नी विजेता म्यूजिक कम्पोजर जोड़ी ‘जतिन-ललित’ की बहन हैं। विजेता एक एक्ट्रेस भी हैं।
आदेश को 1993 में फिल्म ‘कन्यादान’ से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक मिला था। उस फिल्म में लता मंगेशकर ने गीत गाया था लेकिन फिल्म किन्हीं कारणों से रिलीज नहीं हो पाई थी। फिल्म ‘आओ प्यार करें’ का गाना ‘हाथों में आ गया जो…’ काफी लोकप्रिय हुआ था। इस गाने ने ही आदेश को बॉलीवुड में पहचान दिलाई।
सुनील शेट्टी की फिल्म ‘शस्त्र’ का गीत ‘क्या अदा क्या जलवे तेरे पारो’ ने भी आदेश के करियर में नए आयाम जोड़े थे। म्यूजिक कंपोजिंग के अलावा आदेश ने ‘शावा-शावा’ और ‘शोना-शोना’ जैसे गाने गाए। उन्होंने टीवी पर ‘सारेगामापा’ शो को भी जज किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदेश ने एकोन, डोमोनिक मिलर, शकीरा जैसे स्टार्स के साथ भी मिलकर काम किया।
आदेश श्रीवास्तव इंडस्ट्री में महानायक अमिताभ बच्चन के काफी करीबी माने जाते थे। अमिताभ बच्चन फोन पर उनके स्वास्थ्य के बारे में नियमित रूप से पूछताछ कर रहे थे। इसके अलावा, शाहरख खान उन्हें देखने के लिए आए थे। टीना अंबानी दो बार उन्हें देखने आई थीं।
संगीत जगत से शान, सोनू निगम, कुमार शानू, अल्का याज्ञनिक और उदित नारायण भी नियमित रूप से उनसे मिलने आते थे। शेखर कपूर, गोविंद निहलानी, पूनम ढिल्लों और अन्य भी उन्हें देखने आए थे। आदेश ने ‘चलते चलते’, ‘बाबुल’, ‘बागबान’, ‘कभी खुशी कभी गम’ समेत कई अन्य फिल्मों में संगीत दिया था।