नई दिल्ली। भारत-पाक की 1965 में हुई जंग को लेकर त्री सर्विस सेमिनार में भारत के सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने मंगलवार को कहा कि, देश को छोटे युद्धों के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघन और घुसपैठ की कोशिशें बढ़ गर्ई हैं, जिसके कारण भारत को संक्षिप्त युद्धों के लिए तैयार रहना होगा।

सिंह ने कहा, “हम जानते हैं कि भविष्य में होने वाले छोटे युद्ध की चेतावनी के लिए सीमित समय होगा। इसके चलते ऑपरेशनल तैयारियों को हर समय पर उच्च स्तर पर रखना होगा।” सेना प्रमुख ने कहा कि, पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन की बढ़ती संख्याओं के देख भारतीय सेना पहले से ज्यादा अलर्ट हो गई है। उन्होंने कहा, “हमारे खतरे और चुनौतियां और ज्यादा जटिल हो गए हैं। पिछले कुछ सालों में भारतीय सेना की तीव्रता बढ़ी है। हमारे पड़ोसी देश द्वारा लगातार संघर्षविराम के उल्लंघन और घुसपैठ के कारण बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ गई है।”

सिंह ने कहा कि, जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए नए तरीकों को अपनाया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि 1965 का युद्ध भारतीय सेना के अदम्‍य साहस, असाधारण महानता और दृढ़ संकल्‍प की गाथा है।