कोलंबो। श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और आखिरी टेस्ट में भारत ने जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। भारत ने श्रीलंका को 117 रनों से हराकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया। श्रीलंका में 22 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब हुआ है। श्रीलंका के सामने जीत के लिए 386 रनों का लक्ष्य था, लेकिन उसकी पूरी टीम 268 रनों पर आउट हो गई।

भारत की जीत में कप्तान एंजेलो मैथ्यूज कुछ समय के लिए दीवार बनकर खड़े हुए लेकिन उनके आउट होते ही भारत की जीत पक्की हो गई। उन्हें इशांत ने पवेलियन भेजा। मैथ्यूज 110 रन बनाकर आउट हुए।

छठे विकेट के लिए मैथ्यूज और कुशल परेरा में शतकीय साझेदारी हुई। जब ये जोड़ी खतरनाक होती जा रही थी तभी 77वें ओवर में अश्विन ने कुशल परेरा को पवेलियन भेजा दिया। परेरा 70 रन बनाकर आउट हुए। इस समय श्रीलंका का स्कोर था 6 विकेट पर 242 रन। आउट होने के बाद रोहित शर्मा के जश्न के अंदाज पर परेरा अपना आपा भी खो बैठे, लेकिन अश्विन ने मामले को शांत कराते हुए उन्हें पवेलियन लौटाया।

इसके बाद हेराथ बल्लेबाजी करने उतरे और चाय तक विकेट को सुरक्षित रखा। चायकाल तक श्रीलंका का स्कोर 6 विकेट पर 249  रन था। चायकाल के बाद खेल शुरू होते ही इशांत ने मैथ्यूज को एलबीडब्ल्यू आउट कर टीम की जीत पक्की कर दी। इसके बाद 84वें ओवर में अश्विन ने हेराथ को पवेलियन भेजकर श्रीलंका का आठवां विकेट भी गिरा दिया।

इससे पहले सुबह जब टीम का कुल स्कोर 107 था, तभी आर अश्विन की गेंद पर थिरीमाने लोकेश राहुल को कैच थमा बैठे। थिरिमाने 12 रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले, मंगलवार को ही, उमेश यादव ने कौशल सिल्वा को 27 के निजी स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।

लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका ने 3 विकेट के नुकसान पर 67 रन बना लिए थे। ओपनर उपल थरंगा खाता भी नहीं खोल पाए और जीरो पर इशांत का शिकार बने। इस समय टीम का स्कोर एक रन था।