सिपाही भर्ती प्रक्रिया का सरलीकरण लूट का नया पैतरा: डाॅ0 बाजपेयी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी नंे प्रदेश में प्रस्तावित 45,000 सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया के सरलीकरण पर सवाल उठायें है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 लक्ष्मीकान्त बाजपेयी ने आरोप लगाया कि प्रदेश के सिपाही भर्ती प्रक्रिया का सरलीकरण करना, सरकार की लूट का नया पैतरा है। एसआई की भर्ती प्रक्रिया भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जायेगी। प्रदेश सरकार फिर से प्रतिभाशाली नौवजवानों के साथ अन्याय पर अमादा है।
प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 बाजपेयी ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार भर्ती प्रक्रिया का सरलीकरण कर भ्रष्टाचार का नया दरवाजा खोल रही है। इसी क्रम में भर्ती नियमावली को बदला जा रहा है। सिपाही भर्ती में हाई स्कूल इंटर की मैरिट के आधार पर चयन तर्क संगत नही है। प्रदेश में नकल के कारण अच्छे अंक सपा समर्थकों ने हासिल किये है। पिछली भर्तियों में फर्जी मार्कशीट के भी कई केस प्रदेश में पकडे़ गये थे। सरकार भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी नहीं करना चाहती।
डाॅ0 बाजपेयी ने उदाहरण देकर सपा सरकार की भर्तीयों में भ्रष्टाचार के तमाम मामले उठायें। प्रदेश के लोक सेवा आयोग, उच्च शिक्षा सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा सेवा आयोग सहित सभी भर्ती बोर्ड और आयोग भ्रष्टाचार के सैकड़ों कारनामें कर चुके है। असिस्टेन्ट प्रोफेसर परीक्षा में कोरी कापियों का मामला, माध्यमिक शिक्षा सेवा आयोग में टी.जी.टी.-पी.जी.टी. परीक्षा की गडबडियां तथा आर.ओ.- ए.आर.ओ. की परीक्षाऐं अभी ताजा उदाहरण है। पिछली पुलिस भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टचार के कारनामें प्रदेश की जनता देख चुकी है।
डाॅ0 बाजपेयी ने मांग की कि प्रदेश की समस्त भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाया जाय। सरकार प्रदेश के युवाओं के साथ भ्रष्टाचार का अन्याय तत्काल बन्द करें। सपा सरकार को भ्रष्टाचार की कीमत हर हाल में चुकानी होगी।