दो दशकों का सूखा दूर करने उतरेगी कोहली आर्मी
कोलंबो : भारतीय टीम शुक्रवार को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के लिए उतरेगी तो युवा टीमों के इस मुकाबले में उसका इरादा श्रीलंकाई सरजमीं पर 22 साल में पहली श्रृंखला अपने नाम करने का होगा। मैच सुबह 10 बजे से शुरू होगा।
विराट कोहली पी. सारा ओवल पर खेले गए पिछले टेस्ट में बतौर कप्तान पहली जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। भारत ने कुमार संगकारा के उस विदाई मैच में श्रीलंका को 278 रन से हराकर वापसी की। आखिरी बार भारतीय टीम ने श्रीलंका में टेस्ट श्रृंखला 1993 में जीती थी जब मोहम्मद अजहरूद्दीन की कप्तानी वाली टीम 1-0 से विजयी रही थी।
कोहली की पांच गेंदबाजों की रणनीति इस बार कामयाब रही। गाले में तीन स्पिनरों को आजमाया गया जबकि कोलंबो में हरभजन सिंह को बाहर करके स्टुअर्ट बिन्नी को उतारा। अभी तक दो मैचों में नौ दिन के खेल में आठ दिन भारतीय टीम का दबदबा रहा। अमित मिश्रा ने अश्विन का बखूबी साथ निभाते हुए अभी तक 12 विकेट लिये हैं। तेज गेंदबाजी में ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने उनका बखूबी साथ दिया।
बल्लेबाजी क्रम में भी बदलाव किया गया। अजिंक्य रहाणे तीसरे नंबर पर उतरे और रोहित शर्मा को पांचवें नंबर पर भेजा गया। पांच गेंदबाजों की रणनीति के चलते चेतेश्वर पुजारा के लिये मध्यक्रम में कोई जगह नहीं थी।
मुरली विजय और शिखर धवन के चोटिल होने से पुजारा अब लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरूआत करेंगे। इससे नमन ओझा को भी टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकेगा जबकि करूण नायर को बेंच पर रहना पड़ सकता है। दूसरी ओर श्रीलंकाई टीम कुमार संगकारा के विदाई के दुख से अभी उबर नहीं सकी है। इसके अलावा अब उन्हें ऐसे बल्लेबाज को उतारना होगा जो संगकारा की कमी भी पूरी कर सके।
उपुल थरंगा टीम में संगकारा की जगह तीसरे नंबर पर उतर सकते हैं। कप्तान एंजेलो मैथ्यूज चौथे नंबर पर उतरेंगे जिससे लाहिरू थिरिमाने को पांचवें नंबर पर उतरना होगा। चिंता का सबब यह है कि थरंगा भी खब्बू बल्लेबाज हैं और बायें हाथ के बल्लेबाजों का रिकार्ड अश्विन के सामने इस श्रृंखला में काफी खराब रहा है।
अश्विन के 17 विकेटों में से 12 खब्बू बल्लेबाजों के हैं जिनमें से चार बार उसने संगकारा को आउट किया। एसएससी के मैदानकर्मियों के लिये भी पिच तैयार करना कम चुनौतीपूर्ण नहीं होगा। गाले में पिच रंगाना हेराथ के अनुकूल बनाई गई थी जिसने चौथे दिन काफी मदद की। वहीं पी सारा ओवल की पिच पारंपरिक थी और हेराथ को इससे मदद नहीं मिली। ऐसे में देखना यह होगा कि एसएससी की पिच सपाट होती है या पहली पिचों की तरह होगी। श्रीलंकाई टीम पाकिस्तान से 1-2 से हारने के बाद लगातार दूसरी श्रृंखला नहीं गंवाना चाहेगी।