मेट्रो परियोजना में दिखे लखनऊ की झलक: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने डाॅ0 ई0 श्रीधरन के साथ परियोजना की प्रगति की समीक्षा की
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के कार्य में नवीनतम तकनीक का प्रयोग किया जाए। गरीब जनता एवं पर्यावरण प्रेमियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक स्टेशन पर साइकिल स्टैण्ड अवश्य बनाया जाना चाहिए। मेट्रो रेल के स्टेशनों का निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए, जिससे लोगों को इनमें लखनऊ की तमाम खूबियों की एक झलक मिल सके। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो देश में सबसे कम समय में पूरा होने वाली मेट्रो परियोजना होगी।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर लखनऊ मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के प्रधान सलाहकार डाॅ0 ई0 श्रीधरन तथा प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव के साथ परियोजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने परियोजना में अब तक सम्पन्न कार्यों के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के शेष निर्माण कार्यों को भी रिकार्ड समय में पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पी0आई0बी0 की स्वीकृति मिलने के बाद अब इस परियोजना के लिए वित्तीय संसाधनों की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही इस परियोजना को युद्धस्तर पर पूरा कराने के लिए अपने सीमित संसाधनों से बजट की व्यवस्था करने का काम कर रही है, जिससे इस परियोजना के निर्माण कार्य में व्यवधान न आए। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना सहित कई ऐसे विश्वस्तरीय विकास कार्य राज्य सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, जिनके पूरा होने पर प्रदेश के प्रति निवेशकर्ताओं का नजरिया बदल जाएगा। साथ ही, राज्य के नौजवानों, किसानों तथा दूर-दराज के क्षेत्रों की जनता को बड़े पैमाने पर लाभ होगा।
इस मौके पर डाॅ0 ई0 श्रीधरन ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि लखनऊ मेट्रो रेल का कार्य तेजी से चल रहा है। राज्य सरकार द्वारा परियोजना को पूरा करने के लिए निर्धारित किए गए समय के पहले ही इसे पूर्ण करने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि परियोजना हेतु रोलिंग स्टाॅक, सिग्नलिंग आदि के लिए भी प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।
ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार ने लखनऊ में त्वरित, विश्वसनीय एवं सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए मेट्रो रेल के नार्थ-साउथ काॅरिडोर के प्राथमिक सेक्शन (चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे से चारबाग रेलवे स्टेशन तक) को 31 दिसम्बर, 2016 तक संचालित करने का लक्ष्य रखा है।