पिछड़े मुसलमानों के उत्थान के लिये वचनबद्ध है सरकार: गायत्री प्रजापति
मुख्यमंत्री पिछड़ों से किये वादे ज़रूर पूरे करेंगे: अनीस मंसूरी
इंस्टेंटखबर ब्यूरो
लखनऊ। आॅल इण्डिया मंसूरी समाज के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी सम्मेलन में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं से प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति ने सरकार की पिछड़े मुसलमानो प्रति वचनबद्धता की बात दोहराई। ने भाग लिया। गायत्री प्रसाद प्रजापति ने कहा कि पिछड़े मुसलमानों के उत्थान के लिये वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि आॅल इण्डिया मंसूरी समाज एक ऐसा संगठन है जो समाज के दबे, कुचले, सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर व पिछड़े मुसलमानों की रहनुमाई करता है उन्होनें कहा कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के अलावा सामाजिक न्याय यात्रा और कई रैलियों में आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ रहा हूॅ और मंसूरी समाज जी-जान से उनपर भरोसा करता है। उन्होंने मंसूरी बिरादरी को राजनैतिक रूप से जागृत करने का कार्य किया है।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए आॅल इण्डिया मंसूरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने प्रदेश भर से आये आॅल इण्डिया मंसूरी समाज के हज़ारों लोगों को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में फर्क नही है। जब पार्टी सुप्रीमों ने पिछड़े मुसलमानों को मान-सम्मान देने का वादा किया है तो यह तय है कि आपको अवश्य सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि उचित समय आने पर मुख्यमंत्री अपने वचन को अवश्य पूरा करेंगे। अनीस मंसूरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे किये थे, सरकार उनको पूरा कर रही है एवं युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व मे प्रदेश चहुंमखी विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने ने कहा कि मंसूरी समाज के पास खेती की जमीन नहीं है और मशीनीकरण एवं आधुनिकीकरण के कारण मंसूरियों के रोजगार खत्म हो चुके हैं और समाज के लोग शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं। सरकार से हमारी मांग है कि मंसूरी समाज के लोगों को भी खेती के लिए जमीन उपलब्ध करायी जाय तथा रोजगार एवं नौकरियों के अवसर प्रदान किये जाये। अनीस मंसूरी ने कहा कि जिस प्रकार 17 हिन्दु पिछड़ी जातियों को दलित जातियों में सम्मिलित करने के प्रयास राज्य सरकार कर रही है उसी प्रकार मुसलमान पिछड़ी जातियों को भी दलित जातियों में शामिल किया जाय एवं साथ ही यह मांग की कि केन्द्र सरकार को अविलम्ब जाति आधारित जनगणना के आंकड़ों को सार्वजनिक करना चाहिए। समाज को संगठित होने के आह्वान करते हुए कहा कि गांव से लेकर जनपद स्तर पर कमेटिया गठित कर संगठन को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है।अनीस मंसूरी ने पदाधिकारयों का आह्वान किया कि वह 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुट जायें और जनता को सरकार की उपलब्धिया बतायें।
प्रदेश अध्यक्ष मुख्तार मंसूरी ने कहा कि प्रदेश सरकार उपेक्षात्मक रवैये से लाखों पिछड़े मुसलमानों में घोर निराशा है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव सहित पार्टी के कई कद्दावर नेताओं ने पिछड़े मुसलमानों को मान-सम्मान देने का भरोसा दिलाया था। मुख्तार मंसूरी ने कहा कि अगर सरकार वादा खिलाफी करेगी, तो पिछड़े मुसलमानों को भी समाजवादी पार्टी के साथ देने के बारे में विचार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सपा के कुछ बड़े मुस्लिम नेता पार्टी नेतृत्व को बरगला कर पसमांदा मुसलमानों की काट कर रहे है।
इस अवसर पर नौ प्रस्ताव पारित किये गये। इसमें संविधान के अनुच्छेद 341 (3) पर लगी पाबंदी हटाने, पिछड़ा वर्ग आयोग में पसमांदा मुस्लिम समाज के एक सदस्य को सदस्य बनाने और अल्पसंख्यकों के विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं के लिये केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा आवंटित बजट का 80 प्रतिशत धन पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों के लिये खर्च करने के प्रस्ताव है।
इससे पूर्व गायत्री प्रसाद प्रजापति ने दारूलषफा में आॅल इण्डिया मंसूरी समाज के प्रदेश कार्यालय का उद्घान किया।