कराची: स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में प्रतिबंध झेल चुके पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ अपनी वापसी के प्रति आश्वस्त हैं। उनको भरोसा है कि घरेलू क्रिकेट में लय में आने के बाद वह राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को प्रभावित करने में सफल रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैदान पर वापसी के बाद प्रशंसकों की संभावित नाराजगी और दुर्व्यवहार का सामना करने के लिए वह तैयार हैं।

आसिफ ने कहा, ‘यदि लोग मुझे धोखेबाज कहकर बुलाते भी हैं, तो मुझे इससे फर्क नहीं पड़ेगा। मैं इसके लिए तैयार हूं, क्योंकि पिछले पांच सालों के दौरान मैंने हर तरह की मुश्किलों का सामना किया है, इसलिए प्रशंसकों को अपनी नाराजगी जाहिर करने दीजिए।’

उन्होंने कहा कि अभी वह पाकिस्तान की ओर से खेलने के बारे में नहीं सोच रहे हैं, क्योंकि उन्हें भावी चीजों का अंदाजा नहीं है।

आसिफ ने जियो सुपर चैनल से कहा, ‘मुझे नहीं पता कि अगले कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों में क्या होने वाला है, पाकिस्तान के लिए खेलने के बारे में बात करना अभी काफी जल्दबाजी होगी। लेकिन हां मुझे पता है कि जब मैं घरेलू क्रिकेट खेलूंगा और लय वापस हासिल कर लूंगा तो मैं गेंद से जवाब दूंगा।’

गौरतलब है कि आसिफ को सलमान बट और मोहम्मद आमिर के साथ स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में 2011 की शुरुआत में प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कहा कि एक सितंबर की मध्यरात्रि को पांच साल का प्रतिबंध समाप्त होने के बाद ये घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल सकते हैं।

हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से इस मुद्दे पर और स्पष्टीकरण मांगा है और फिलहाल संकेत दिया है कि आसिफ और बट को शायद रावलपिंडी में एक सितंबर से शुरू हो रही राष्ट्रीय टी20 चैम्पियनशिप में लाहौर ब्ल्यूज की ओर से खेलने की स्वीकृति नहीं मिले।