प्रदेश सरकार ने खोला गरीब रिक्शा चालकों की तरक़्क़ी का रास्ता: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने 100 रिक्शा चालकों को दिया मालिकाना हक़, 27,000 ई-रिक्शे वितरित करने का लक्ष्य
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गरीब रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा निःशुल्क प्रदान कर उन्हें मालिक बनाने का काम किया है। इससे हाड़तोड़ मेहनत करने वाले गरीब रिक्शा चालकों की तरक्की का रास्ता खुल गया है। उन्होंने कहा कि आज 100 रिक्शा चालकों से उनके पुराने रिक्शे वापस लेकर, उनकी जगह लगभग डेढ़ लाख रुपए से अधिक की लागत के बैटरी ई-रिक्शों का मालिकाना हक दिया जा रहा है। जैसे-जैसे कम्पनी रिक्शे बनाकर राज्य सरकार को उपलब्ध कराती जाएगी, वैसे-वैसे रिक्शा चालकों को ई-रिक्शे मिलते जाएंगे।
मुख्यमंत्री आज यहां डाॅ0 राम मनोहर लोहिया पार्क में आयोजित निजी स्वामित्व वाले पात्र रिक्शा चालकों से उनका रिक्शे लेकर उन्हें आधुनिक तकनीक (बैटरी/मोटर चालित) से बनाए गए ई-रिक्शों के वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 27,000 ई-रिक्शे वितरित किए जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 372 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के खजाने का पैसा जनता की भलाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा संचालित तमाम विकासपरक एवं कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने घोषणा पत्र में किए गए सभी वायदों को पूरा करने का काम किया है। इसी तरह पार्टी ने गरीब रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा देने की घोषणा भी की थी, जिसकी शुरूआत आज की जा रही है। कई तकनीकी एवं कानूनी अड़चनों को दूर कर योजना को लागू किया गया है। नया उत्पाद होने के कारण निजी तौर पर भी ई-रिक्शों की काफी मांग है। उन्होंने पुणे की निर्माण कम्पनी से अपेक्षा की कि निजी तौर पर रिक्शों की आपूर्ति करने के बजाय राज्य सरकार की मांग को पूरा करने पर प्राथमिकता दी जाए।
इस अवसर पर पूर्व रक्षा मंत्री एवं सांसद मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि निःशुल्क ई-रिक्शा उपलब्ध कराकर राज्य सरकार रोजगार में सहकार की भूमिका निभा रही है। इसके साथ ही राज्य सरकार डाॅ0 राम मनोहर लोहिया का सपना भी साकार कर रही है। क्योंकि डाॅ0 लोहिया इस बात से हमेशा दुखी रहते थे कि हिन्दुस्तान ही एक ऐसा देश है, जहां आदमी की सवारी की जाती है। प्रदेश की वर्तमान सरकार ने पढ़ाई, दवाई एवं सिंचाई मुफ्त करके गरीबों, किसानों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों, नौजवानों आदि सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए बेहतरीन काम किया है। यही एक मात्र ऐसी सरकार है, जो कैंसर एवं किडनी जैसे गम्भीर रोगों के इलाज के लिए भी आर्थिक मदद देती है। कानून-व्यवस्था का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी को देखते हुए अपराध बहुत कम हो रहे हैं। राजनैतिक विद्वेष से प्रेरित होकर राज्य सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जाता है।
इससे पूर्व, नगर विकास मंत्रीमोहम्मद आजम खां ने कहा कि गरीब रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा उपलब्ध कराकर राज्य सरकार इस तबके को हीन भावना से उबारने का प्रयास कर रही है, जिन्होंने अपने तथा अपनी भावी पीढ़ी के लिए गरीबी के कारण कोई ख्वाब नहीं देखा। प्रदेश सरकार चरणबद्ध तरीके से ई-रिक्शा उपलब्ध कराकर आदमी द्वारा आदमी को खींचने की इस परम्परा को पूरी तरह से बंद करना चाहती है। उन्होंने आगाह किया कि जो लोग रिक्शा चलवाने का बिजनेस करते हैं, उन्हें इस योजना का कतई लाभ नहीं मिलना चाहिए और यदि कोई ऐसा व्यक्ति पकड़ा जाता है तो उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों तथा राज्य के सभी क्षेत्रों के विकास के लिए लगातार काम करने के लिए कृत संकल्प है।
कार्यक्रम में विचार व्यक्त करने वालों में स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह, खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री नारद राय, मुख्य सचिव आलोक रंजन तथा सचिव एस0पी0 सिंह भी थे।