विदेश में अपना मानसिक संतुलन खो देते हैं प्रधानमंत्री: कांग्रेस
नई दिल्ली: संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) से भारत में निवेश की तमाम संभावनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे पिछली सरकार से विरासत में अनिर्णय और सुस्त सरकार के काम करने के तरीके मिले, जिसे मैं दूर करने के काम में लगा हूं। पीएम मोदी के विदेश में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की इस तरह की आलोचना पर कांग्रेस नेताओं ने देश में कड़ी प्रतिक्रिया दी।
कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने कहा कि पीएम जब भी विदेश जाते हैं अपना मानसिक संतुलन खो देते हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि इस देश में विकास हुआ वो 15 महीने में ही!
सिंह ने कहा कि पीएम मोदी जहां भी जाते हैं अपने देश की बुराई करते हैं। उनका कहना है कि पहले की सरकारों के बनाए अच्छे संबंधों का ही नतीजा है कि इतनी बड़ी तादाद में भारतीय वहां काम करते हैं।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि 34 साल में वाजपेयी भी यूएई नहीं गए तो क्या उनका 6 साल भी निराशाजनक था? सिंह ने दावा कि मंदिर के लिए जमीन तो 2013 में ही मिल गई थी। क्या वही उनकी उपलब्धि है।
उन्होंने पीएम मोदी के यूएई में मस्जिद दौरे पर चर्चा पर सवाल उठाया और कहा कि जब वह तुर्कमेनिस्तान गए थे वहां भी मस्जिद में गए थे लेकिन वह चर्चा में क्यों नहीं था, अब बिहार चुनाव है।
वहीं, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को जो भारत विरासत में मिला उस पर उन्हें गर्व होना चाहिए। प्रधानमंत्री को अपने कार्यालय की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। साथ ही शर्मा ने कहा कि विदेशी धरती पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर इस प्रकार के आरोप नहीं लगाने चाहिए।
शर्मा ने कहा कि उन्होंने (पीएम मोदी) यह फिर किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पहले भी अपने विदेशी दौरों में अपनी पूर्ववर्ती सरकार के कामकाज की निंदा की है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलहाल दो दिन के यूएई के दौरे पर हैं। पिछले 30 सालों यहां जाने वाले वह पहले भारतीय पीएम हैं। प्रधानमंत्री ने धीमी कार्य प्रगति और लालफीताशाही की बाधाओं को दूर करने का वादा करते हुए कहा कि वह अपने वाणिज्य मंत्री को भेजेंगे ताकि निवेशकों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
तमाम उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में अभी भी पर्यटन की ताकत का भरपूर इस्तेमाल नहीं किया गया है। उन्होंने यूएई वालों से कहा कि आप अपने यहां पर्यटकों के लाने में कामयाब हुए, लेकिन भारत को अभी यह पूरी तरह से करना बाकी है।