गाले टेस्ट: धवन-कोहली ने दिलाई विराट बढ़त, शिकंजा कसा
गाले : सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली की शतकीय पारियों से पहली पारी में 192 रन की मजबूत बढ़त हासिल करने के बाद भारत ने आज यहां श्रीलंका को दूसरी पारी के शुरू में ही दो करारे झटके देकर पहले टेस्ट क्रिकेट मैच पर शिकंजा कस दिया।
भारत की पहली पारी दूसरे दिन का खेल समाप्त होने से कुछ देर पहले 375 रन पर समाप्त हुई लेकिन इसके बाद उसने पहली पारी में 183 रन पर सिमटने वाले श्रीलंका के चार ओवर के अंदर दो विकेट निकाल दिये। श्रीलंका ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर पांच रन बनाये हैं और इस तरह से पारी की हार से बचने के लिये उसे अब भी 187 रन की दरकार है। धवन ने 134 रन बनाये जो उनके करियर का चौथा टेस्ट शतक है। उन्होंने अपनी पारी में 271 गेंद खेली तथा 13 चौके लगाये।
कप्तान कोहली ने 103 रन की पारी खेली, जिसमें 11 चौके शामिल हैं। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 227 रन की साझेदारी की। विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने 60 रन बनाये जो उनके करियर का पहला अर्धशतक है। श्रीलंका की तरफ से आफ स्पिनर तारिंदु कौशल ने 134 रन देकर पांच जबकि मध्यम गति के गेंदबाज नुवान प्रदीप ने 98 रन के देकर तीन विकेट लिये। भारतीय स्पिनरों ने इसके बाद श्रीलंकाई खेमे में खलबली मचायी।
कोहली ने पहली पारी में छह विकेट लेने वाले आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से गेंदबाजी का आगाज करवाया और उन्होंने पहले ओवर में ही तेजी से टर्न लेती गेंद पर दिमुथ करूणारत्ने को बोल्ड कर दिया। लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने दूसरे छोर से गेंद संभाली और अपनी गुगली पर दूसरे सलामी बल्लेबाज कौशल सिल्वा की गिल्लियां बिखेरी। श्रीलंका का दारोमदार अब अपनी आखिरी टेस्ट श्रृंखला खेल रहे कुमार संगकारा पर टिका है जो एक रन पर खेल रहे हैं। उनके साथ दूसरे छोर पर खड़े नाइटवाचमैन धम्मिका प्रसाद ने तीन रन बनाये हैं।
धवन ने अपने साथी की तुलना में अधिक तेजी से रन बनाये। वह जब 79 रन पर थे तब कौशल की गेंद पर पगबाधा की विश्वसनीय अपील से बचे। उस समय ऐसा लग रहा था कि गेंद मिडिल स्टंप से लग रही थी लेकिन अंपायर ब्रूस ओक्सेनफोर्ड ने उंगली नहीं उठायी। धवन ने पारी के 53वें ओवर में कौशल पर दो चौके जड़े जिससे भारत ने श्रीलंकाई स्कोर को पीछे छोड़ा। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 178 गेंदों पर अपना लगातार दूसरा शतक पूरा किया। उन्होंने जून में बांग्लादेश के खिलाफ फतुल्लाह टेस्ट में भी 173 रन की पारी खेली थी। यह उनका भारतीय उपमहाद्वीप में तीसरा टेस्ट शतक है।
धवन ने इस तरह से भारत (187), न्यूजीलैंड (115) और बांग्लादेश (173) के बाद श्रीलंका में भी अपने पहले टेस्ट मैच में शतक जड़ा। भारत ने लंच के बाद दो विकेट पर 227 रन से पारी आगे बढ़ायी लेकिन दूसरे सत्र में उसने 77 रन के अंदर कोहली, अजिंक्य रहाणे (शून्य), धवन और अश्विन (सात) के विकेट गंवाये। वह कौशल थे जिन्होंने कोहली और रहाणे के विकेट लेकर अपनी टीम को वापसी दिलाने की कोशिश की। इसके बाद प्रदीप ने धवन और अश्विन को पवेलिन भेजा।
कौशल ने आफ स्टंप की लाइन पर गेंदबाजी करना जारी रखा और इसका उन्हें जल्द ही रहाणे के विकेट के रूप में एक और इनाम मिला। रहाणे फ्लाइट लेती गेंद को रक्षात्मक रूप से खेलने के लिये आगे बढ़े लेकिन गेंद टर्न लेकर उन्हें पगबाधा आउट कर गयी। साहा ने सतर्क शुरूआत की लेकिन उन्होंने कुछ ढीली गेंदों का फायदा उठाकर उन्हें बाउंड्री तक पहुंचाया। श्रीलंका ने आखिर में 86वें ओवर में नयी गेंद ली जिसका उसे तुरंत ही फायदा मिला।
धवन ने प्रदीप की गेंद अपने विकेटों में खेली। इस गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में अश्विन को भी अच्छी लेंथ गेंद पर आउट किया जो बल्ले और पैड के बीच से निकलकर आफ स्टंप में समायी। कौशल ने तीसरे सत्र के शुरू में हरभजन सिंह (14) का लेग स्टंप और अमित मिश्रा (10) का मिडिल स्टंप थर्राया। साहा ने हालांकि एक छोर संभाले रखा। उन्होंने प्रदीप की गेंद पर डीप मिडविकेट पर चौका जड़कर अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।
इस विकेट कीपर बल्लेबाज ने प्रदीप पर लांग आफ पर छक्का जड़ा लेकिन इसी गेंदबाज पर हुक करने के प्रयास में उन्हें विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया गया जबकि रीप्ले से साफ हो गया था कि गेंद हेलमेट से लगकर दिनेश चांदीमल के पास पहुंची थी। कौशल ने वरूण आरोन (चार) को आउट करके अपना पांचवां विकेट लिया जिससे भारतीय पारी का अंत किया। इशांत शर्मा 39 गेंदों पर तीन रन बनाकर नाबाद रहे।