वंचितों की देश में हो रही है उपेक्षा: मलिक
लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा ने कहा है हर पार्टिया चुनाव के समय पिछड़ो दलितों,मुस्लिमों ईसाइयों को बड़े-बड़े बादे करके सरकार बना लेती है लेकिन चुनाव जीतने के बाद वह वंचित समाज का कोई काम नही करती है बल्कि अपने फायनेन्शर करता बड़े-बड़े प्रतिवादियों को लाभ पहुंचाती है हालात यह है 68 वर्ष बाद भी आज वंचित समाज फटे हाल है जिन्दगी भी वहां है देश का लगभग 60 करोड़ लोग मुस्लिम एक टाइम भेजन करके अपनी जिन्दगी चला रहे है। देश के तमाम बच्चे शिक्षा ग्रहण नही कर पा रहे है। दिन बा दिन बाल मजदूरों की संख्या बढ़ रही है किसी शिक्षा इतनी मंहगी हो गयी है कि गरीब बच्चों का पढ़ना नामुमकि है। सरकारी स्कूलों की हालत बद से बत्तर है। अध्यापकों की कमी है और यदि शिक्षक है तो वह अपना टाइम पास करने के लिए स्कूल जाते है। आज तक शिक्षा पर कोई ठोस नीति नही बनी। तमाम गरीब बच्चे, किसी तरह से कर्ज आदि लेकर ग्रेजुयेशन करने के बाद भी मजदूरी करते है। सरकार के पास कोई ऐसी योजना नही है कि शिक्षित बच्चों के लिए रोजगार उपलब्ध कराये यह जानकारी आज यहां जारी एक संयुक्त वक्तव्य में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक व राष्ट्रीय महासचिव शिव नारायण कुशवाहा ने दी।
नेता द्वय ने केन्द्र व राज्य सरकार से अपील की है कि वंचित समाज के लिए शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार आदि के लिए कोई ठोस योजना बनाये ताकी इस वंचित समाज के बच्चे देश की मुख्य धारा से जुड़ सके यदि सरकार तत्काल कोई ठोस नीति नही बनाती तो आने वाले समय में देश में बड़ी तदात में बेरोजगारों की संख्या होगी और भूख के कारण यह नवयुवक गलत रास्ते पर चलने के लिए मजबूर होंगे।