यूपी के बागडोर साढे़ चार मुख्यमंत्रियों के हाथों में: अजीत सिंह
मऊ । मऊ में किसान, बुनकर तथा पूर्वांचल राज्य बनाओं की मांग पर आयोजित सम्मेलन में चौ0 अजित सिंह ने कहा कि प्रदेश के पुनर्गठन से तीव्र गति से विकास सम्भव हो सकेगा, कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार होगा, जनता को सुलभ और सस्ता न्याय मिलेगा, रोजगार के अवसर आसानी से मुहैया हो पायेंगे, उद्योग आसानी से लग पायेगे और किसान, बुनकर तथा गरीब वर्ग के लोगों में सम्पन्नता एवं खुशहाली आयेगी। प्रशासनिक इकाई छोटी होने से जनता और प्रशासन से सीधा संवाद आसानी से हो सकेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार को आडे़ हाथों लेते हुये कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है जिसके कारण कोई इंडस्ट्री नहीं आ रही है और सरकारी भर्ती में धांधलियों ने नये रिकार्ड बना दिये हैं हर कोई जानता है किस पद का क्या रेट है बडे़ शर्म की बात है कि असामाजिक तत्वों को संरक्षण दिया जा रहा है और ईमानदार अफसरों को सही ढ़ंग से काम नहीं करने दिया जाता क्यांेकि सपा की नीतियां ही ऐसी हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार का नेतृत्व कोई एक व्यक्ति नहीं कर रहा साढे़ चार मुख्यमंत्रियों के हाथ प्रदेश की बागडोर है, औपचारिक रूप से जिसके पास है वह आधा ही है सपा सरकार को गिने चुने दो तीन जिले ही प्रदेश में विकास के लिए नजर आते हैं। फसले बर्बाद हो गयी किसान तबाह होकर आत्महत्याएं करता रहा परन्तु सूबे की सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेगी। मध्य प्रदेश के व्यापमं से भी ज्यादा बड़ा घोटाला उ0प्र0 की भर्तियों में हुआ है। उन्होंने बुनकरों के हालात पर चर्चा करते हुये कहा कि चौ चरण सिंह ने बुनकरों के हित के लिए बुनकर आयोग का गठन किया था जिससे उन्हें धागा सस्ते दामों में उपलब्ध हो जिससे उत्पादन लागत कम हो।
सम्मेलन को प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान, पूर्वांचल बनाओ दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ0 सुधाकर पाण्डेय, राष्ट्रीय महासचिव डाॅ0 मसूद अहमद, पूर्वी उ0प्र0 के अध्यक्ष इं0 संतोष मिश्र, युवा रालोद के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह पटेल, पूर्वी उ0प्र0 अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मौलाना नजमुददीन काज़मीआदि रालोद नेताओं ने भी सम्बोधित किया।