हमीरपुर की घटना में नहीं बक्शी जाएंगे दोषी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री से राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के प्रतिनिधिमण्डल की भेंट
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज उनके आवास पर राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के राष्ट्रीय महासचिव, इंजी0 मयंक श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट कर हमीरपुर जिलेे में पिछले दिनों हुयी घटना के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने इस घटना को अत्यंत गम्भीरता से लिया है तथा इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई या कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी मिलते ही तत्परता से कार्यवाही करते हुये पुलिस अधीक्षक सहित प्रथम दृष्टया दोषी कर्मियों को निलम्बित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव गृह को निर्देशित किया है कि इस घटना मंे पंजीकृत अभियोग की विवेचना पूरी तरह निष्पक्ष रूप से करायी जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाये तथा किसी निर्दोष व्यक्ति का उत्पीड़न न हो। इस घटना के संबंध में शासन द्वारा अब तक की गयी कार्यवाही की विस्तृत जानकारी भी मुख्यमंत्री को दी गयी, जिस पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया।
श्री यादव ने पीडि़त परिवारों को सुरक्षा उपलब्ध कराये जाने की मांग पर प्रमुख सचिव गृह को निर्देशित किया कि एक-एक गनर उनकी सुरक्षा में तैनात कर दिया जाये। साथ ही उन्होंने इस घटना में गम्भीर रूप से घायल दो व्यक्तियों की सहायता राशि को बढ़ाकर दो-दो लाख रुपये दिये जाने के भी निर्देश दिये है। उल्लेखनीय है कि इस घटना में मृत व्यक्तियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश पूर्व में ही दिये जा चुके है।
प्रतिनिधि मण्डल में सर्वश्री विनोद बिहारी वर्मा, प्रदीप कुमार सिन्हा, सुनील सिन्हा, नीरा सिन्हा, सोम निगम, अनुपम श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव व हृदय नारायण श्रीवास्तव आदि सम्मिलित थे।