पंचायत चुनाव में धांधली के लिये साज़िश रच रही है प्रदेश सरकार: डा0 बाजपेयी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत चुनाव में धांधली की आशंका को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्कीकांत बाजपेयी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल राज्य निर्वाचन आयोग और प्रमुख सचिव पंचायती राज से मिले।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने बताया कि प्रदेश के पंचायत चुनाव की सदस्ता सूची में योजनाबद्ध ढंग से गड़बड़ी की गयी है। राज्य चुनाव आयोग नगर विकास राज्य निर्वाचन ने ग्राम पंचायत को लगभग 56 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में से 04 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में गड़बड़ी पायी जो प्रथम दृष्टया साबित हो चुका है। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने आयोग से मतदाता सूची प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने का आग्रह किया साथ ही सत्ता के दबाव में अनियमितता करने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने को जन विश्वास जीतने के लिये आवश्यक बताया।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने बताया कि पंचायतों पर कब्जा करने के लिए सत्तारूढ़ दल सभी परम्पराओं और मर्यादाओं की अनदेखी कर रहा है। 2005 की भांति सपा सरकार 2 चरणों में कराना चाहते है। जबकि 2010 में एक बार में ही चारो चुनाव कराये गये। पंचायत चुनाव का 2 चरणों का प्रस्तावित कार्यक्रम जिला पंचायतों और क्षेत्र पंचायतों पर कब्जे की षणयन्त्र का परिचायक है। प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी के नेतृत्व में प्रतिनिधि ने मण्डल प्रमुख सचिव पंचायती राज से मिलकर तथ्यों से अवगत कराया कि ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य का कार्यकाल 7 नवम्बर 2015 तक तथा क्षेत्र पंचायत सदस्य का कार्यकाल 17 मार्च और जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल 13 जनवरी 2016 है। पर संविधान की व्यवस्था के अनुसार कार्यकाल समाप्ति के पूर्व चुनाव प्रक्रिया करने की व्यवस्था है। डा0 बाजपेयी ने कहा कि इसका क्या औचित्य कि कार्यकाल जिसका पहले समाप्त हो रहा है उसका चुनाव बाद में तथा जिसका कार्यकाल बाद में समाप्त हो रहा है उसका चुनाव पहले ? प्रदेशवासी जानना चाहते है। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने कहा कि पहले ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य तथा बाद में क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत सदस्य का कराया जाये।