मुल्ला उमर के बेटे के मारे जाने का दावा
काबुल: तालिबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला उमर के मारे जाने की खबरों के बाद अब अफगानिस्तान सरकार ने उसके बेटे मुल्ला याकूब के मारे जाने का दावा किया है। रिपोर्टों के मुताबिक, अफगान सरकार ने मंगलवार को मुल्ला याकूब के पिछले हफ्ते पाकिस्तान के क्वेटा में मारे जाने की पुष्टि की है। अफगान न्यूज़ साइट टोलो न्यूज (TOLO NEWS) की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला उमर का बेटा मुल्ला याकूब चार दिन पहले पाकिस्तान के क्वेटा में मारा गया है।
अफगानिस्तान के वोलेसी जिरगा (लॉवर हाउस ऑफ पार्लियामेंट) के डिप्टी स्पीकर ज़हीर कादरी ने इस बात की पुष्टि की है। मुल्ला याकूब की मौत को वर्तमान तालिबान प्रमुख मुल्ला मंसूर और मुल्ला याकूब के बीच सत्ता संघर्ष के नतीजे के तौर पर देखा जा रहा है। रिपोर्टों में कहा गया है कि मुल्ला उमर की मौत के बाद दोनों ही तालिबान प्रमुख बनाना चाहते थे।
कादरी ने टोलो न्यूज से कहा, हमने दो साल पहले मुल्ला उमर की मौत के बारे में बताया था और अब उसके बेटे मुल्ला याकूब की मौत के बारे में बता रहे हैं। मुल्ला याकूब की उम्र 21 और 22 साल की बताई जा रही है। कादरी ने कहा कि मुल्ला याकूब अपने पिता के उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त होने की कोशिश कर रहा था। साथ ही मुल्ला मंसूर भी तालिबान प्रमुख बनना चाहता था। कादरी ने मुल्ला याकूब की मौत में तालिबान और पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही है।
टोलो न्यूज़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 24 घंटे में आतंकी संगठन तालिबान के विभिन्न गुट तीन बार आपस में भीड़ चुके हैं। तालिबान के नए प्रमुख मुल्ला अख्तर मंसूर के काफिले पर भी एक हमला किया गया है। मुल्ला मंसूर को पिछले हफ्ते ही तालिबान का प्रमुख बनाया गया है। मुल्ला उमर के साल 2013 में मारे जाने की बात पता चलने के बाद पिछले हफ्ते ही मंसूर तालिबान प्रमुख बना है। मुल्ला मंसूर के आतंकी संगठन तालिबान के प्रमुख बनने को लेकर कई गुटों में मतभेद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला उमर के परिवार खासकर उसके भाई और बेटे ने मुल्ला मंसूर के तालिबान के चीफ बनने को लेकर विरोध जताया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला याकूब बुधवार को मुल्ला उमर के भाई मुल्ला अब्दुल मनन के साथ क्वेटा में आयोजित एक नेतृत्व की बैठक में शामिल होने के लिए गया था। मुल्ला मंसूर के तालिबान प्रमुख बनने को लेकर कई गुटों में मतभेद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला उमर के परिवार खासकर उसका भाई और बेटा मुल्ला मंसूर के तालिबान चीफ बनने को लेकर खासा नाराज थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला याकूब बुधवार को मुल्ला उमर के भाई मुल्ला अब्दुल मनन के साथ क्वेटा में आयोजित एक नेतृत्व की बैठक में शामिल होने के लिए गया था।