देश के कई राज्यों में भारी बारिश का कहर, दर्जनों मौतें
नई दिल्ली: देश के छह राज्यों में इस समय बारिश का भारी कहर देखने को मिल रहा है। मणिपुर में भूस्खलन की खबर आ रही है जहां 21 लोगों की मौत हो गई। वहीं उत्तराखंड में भी लगातार बारिश हो रही है और पानी के तेज बहाव में एक यात्री बस बह गई। इसमें 35 लोग सवार थे। बचाव दल राहत कार्य में जुट गया है। इसके अलावा गुजरात, राजस्थान भी पिछले दो दिनों से लगातार बारिश से जलमय हो गया है।
उधर पश्चिम बंगाल में भी कोमेन का असर तो कम लेकिन लगातार बारिश से स्थिति खराब होती जा रही है। कोलकाता तो लगभग डूब ही सा गया है। उड़ीसा में भी लगातार बारिश से स्थिति खराब होती जा रही है। ‘कोमेन’ साइक्लोन के कमजोर पड़ने के बाद भी पूर्वी भारत में शनिवार और रविवार को भारी बारिश हो सकती है। इसके बावजूद जून-जुलाई की बारिश के बाद देश में 5% कम बारिश हुई है। ओडिशा में लगातार बारिश से 4 लाख लोग प्रभावित हैं।
मणिपुर के चंदेल जिले के जुमोआल गांव में भारी बारिश से भूस्खलन हो गया और 21 लोगों की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक जिले के खांगबरोल सब-डिवीजन के तहत आने वाले जुमोआल गांव में भूस्खलन से लोग मारे गए हैं। जुमोआल गांव भारत-म्यांमार सीमा के पास है। केंद्र सरकार ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियानों के लिए एनडीआरएफ को तत्काल मणिपुर के लिए टीम भेजने को कहा, जबकि एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची चुकी है। बचाव कार्य शुरू हो गया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद कॉर्बेट से निकलने वाले धनगढ़ी नाले में पहाड़ मानिला से आ रही एक यात्री बस तेज बहाव में बह गई। हादसे के वक्त बस में 35 लोग सवार थे। हालांकि बस के यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचा दिया गया है, लेकिन बस अभी पानी में ही पलटी हुई है।
बंगाल में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राज्य के 12 जिलों में बने राहत शिविरों में 1.19 लाख लोग शरण ले रहे हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले दो दिन तेज मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान दिया है। राज्य में बाढ़ से अबतक 40 लोगों की मौत की खबर है। बाढ़ के बाबत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘अब तक 966 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिसमें 1.19 लाख प्रभावित लोगों ने शरण ले रखी है। हमने 124 मेडिकल शिविर बनाए हैं।’
कोलकाता और सियालदह स्टेशनों पर पटरियां पानी में डूबी हैं। ट्रेनों की सर्विस ठप पड़ गई है। ममता बनर्जी बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए हावड़ा जिले के बाढ़ प्रभावित उदयनारायणपुर पहुंची। उदयनारायणपुर बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि ममता जल्द ही अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकती हैं।
गुजरात में इस हफ्ते भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और मरने वालों की संख्या 70 हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से 28 लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित बनासकांठा जिले में मारे गए। राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों ने कहा, ‘मृतक संख्या 70 हो गई है, जिनमें बुरी तरह प्रभावित बनासकांठा में मारे गए 28 लोग शामिल हैं।’
ओडिशा सरकार ने गुरुवार को ही साइक्लोन को देखते हुए राज्य में फ्लड अलर्ट जारी कर दिया। राज्य के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर (एसआरसी) जीवीवी शर्मा ने कहा, ”साइक्लोन कोमेन को देखते हुए हमने जिलों को अलर्ट पर रहने को कहा है। कोमेन के कारण दो-तीन दिनों में राज्य के उत्तरी जिलों में भारी बारिश की आशंका है।”
भारी बारिश के चलते राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ सी स्थिति बन गई है। जालोर के सांचोर में स्थिति को देखते हुए सेना बुलाई गई है। लगातार बारिश होने के कारण गांवों में घर पानी में डूबे हुए हैं। लोग घरों की छत पर बैठे राहत का इंतजार कर रहे हैं। झालावाड़ में कालीसिंध समेत अन्य नदियों में उफान के कारण आसपास के गांवों में पानी घुस गया है। कई शहरों में सड़कें बह गई हैं। भारी बारिश से अभी भी 128 गांवों में पानी भरा हुआ है। कई जगह गांवों का आपस में संपर्क कटा हुआ है। बारिश के कारण समदड़ी-भीलड़ी रेल ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह गई है। शनिवार को भी इन्हें ठीक नहीं किए जाने से ट्रेनें बंद रहीं। यहां सांचौर और भीनमाल में राहत कार्यों के लिए प्रशासन के स्तर पर 25 टीमें बनाई गई हैं।