सीरिया, इराक, फिलिस्तीन की तरह हो रहा है यूपी में ज़ुल्म
मौलाना कल्बे जव्वाद ने की उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
लखनऊ: शाही मस्जिद हजरत गंज में नुमाज पढने पर रोक लगाए जाने, निर्दोष नमाजियों, उलमा,औरतों और बच्चों पर लाठी चार्ज और युवाओं की गिरफ्तारी पर सख्त रुख अपनाते हुए मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि प्रशासन ने बर्बरता का प्रदर्शन किया है।
हमें शाही मस्जिद में नमाज पढ़ने से रोका गया और नमाजियों पर लाठियां बरसाई गईं। हमने सिर्फ यह घोषणा की थी कि 1 बजे शाही मस्जिद में नमाज अदा की जाएगी लेकिन प्रशासन ने मस्जिद पर ताला डाल दिया और पुलिस ने जूतों सहित अंदर प्रवेश किया। हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते। ये बातें मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने अपने मकान स्थित जोहरी मुहल्ला में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं ।
मौलाना ने कहा कि पुलिस ने क्रूरता के साथ महिलाओं और बच्चों को मारा महिलाओं की गोदों में जो बच्चे थे उन पर भी लाठियां बरसाएँ गईं यह वही काम कर रहे हैं जो सीरिया और इराक में आई0 एस0 आई0 एल0, और फिलिस्तीन में इजरायल कर रहा है ।उनकी तरह पुलिस भी महिलाओं और बच्चों को टारगेट कर रही है यह निंदनीय है । मौलाना ने कहा प्रशासन ने हमारी मस्जिद पर ताला डाला और नमजियों को नमाज पढ़ने से रोका गया। हमने जब डी एम और ए डी एम से नमाज पढ़ने की अनुमति चाही तो उन्होंने साफ मना कर दिया । मौलाना ने कहा कि प्रशासन ने झूठ कहा है कि हमने खुद गिरफ्तारी दी है बल्कि हमें शाही मस्जिद में नमाज पढ़ने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया ।उसके बाद पुलिस ने अपनी बर्बरता का परिचय दिया और बसों के साथ चल रहे लोगों, महिलाओं और बच्चों पर लाठियां बरसायीं । उलमा को मारा गया, बच्चों और महिलाओं के विशेष कर निशाना बनाया गया ।
मौलाना ने कड़ा रुख अपना करते हुए कहा कि जिन लोगों को फर्जी मामलों में गिरफ्तार किया गया है उन्हें तुरंत रिहा किया जाए और जुमातुल विदा के बाद से अब तक जो फर्जी मुकद्वमे कायम किए गए हैं वे सभी वापस लिये जाएँ साथ ही जुमातुल विदा के दिन शहीद किए गए कर्रार मेहदी के हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए। मौलाना ने कहा कि हमारा एहतेजाज जारी रहेगा सरकार हमें दबाने की कोशिश न करे। हमें जितना दबाया जाएगा हम उतनी ही शक्ति के साथ फिर उभर कर सामने आएंगे। हमें हमारा जाएज अधिकार दिया जाए आखरि सरकार वक्फ बोर्ड की सीबीआई जांच कराने से क्यों घबरा रही है।
मौलाना ने कहा यह लाठीचार्ज नहीं था बल्कि हत्या करने की कोशिश थी वरना इस तरह सिर पर लाठियां नहीं बरसाएँ जातीं। यह सिर पर डंडों के घाव नहीं हैं बल्कि धारदार हथियार से वार किया गया है।
मौलाना ने कहा कि समाजवादी सरकार में जंगल राज कायम है ।कानून नाम की कोई चीज नहीं है। अब उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए ,अल्पसंख्यकों के अधिकार की बात करने वाली सरकार अल्पसंख्यकों पर इस तरह लाठियां बरसा रही है जिस तरह हत्या की कोशिश की जाती है।