पुराने लखनऊ में रोज़ रोज़ के प्रदर्शनों पर लगे रोक: मौलाना मुश्ताक
आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड ने मुख्यमंत्री, आजम खाँ और जिला प्रशासन को दिया ज्ञापन
लखनऊ: आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की अहम् मीटिंग लखनऊ और विशेषकर पुराने लखनऊ के हालात पर हुई। मीटिंग की अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुश्ताक ने की।
मीटिंग को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि लगभग गत बीस वर्षो से कुछ लोग पुराने लखनऊ का माहौल लगातार दहशतजदा करने की कोशिश कर रहे हैं और अफसोस की बात यह है कि एैसे लोगों के खिलाफ कोई कठोर कानूनी कार्यरवाई भी नही की जा रही है। उन्होने कहा कि इस सिलसिले में एक ज्ञापन उ0 प्र0 के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कैबिनेट मंत्री मुहम्मद आजम खाँ और जिला प्रशासन को भेजा गया है। इस ज्ञापन में सरकार से यह माॅग की गयी है कि मौलाना कल्बे जव्वाद के जरिए प्रतिदिन किए जा रहे इस प्रकार के प्रदर्शनों पर रोक लगाई जाए क्योंकि इससे पुराने लखनऊ में आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मदरसों और स्कूलों में बच्चों की शिक्षा का नुकसान हो रहा है और मेडिकल कालजों व अन्य अस्पतालों में आने वाले रोगियों का इलाज नही हो पा रहा है और दुकानदारों का भी नुकसान हो रहा है।
इस ज्ञापन में यह भी माॅग की गयी कि हमारा यह शहर लखनऊ जो कि अपनी अदब व तहजीब के लिए पूरी दुनिया में जाना और पहचाना जाता है इसको कुछ लोग अपनी निजी फायदे के लिए बदनाम कर रहे हैं। सरकार के जरिए करोड़ों रूपये खर्च करके हुसैनाबाद और अन्य क्षेत्रों का सौन्द्रीयकरण का काम कराया जा रहा है ताकि टूरिस्ट ज्यादा से ज्यादा आयें लेकिन इस प्रकार के प्रदर्शनों से दहशतजदा होकर टूरिज्म का भी नुकसान हो रहा है।
इस ज्ञापन में यह भी कहा गया कि शिया समुदाय के अन्य उलमा जैसे मौलाना कल्बे सादिक, मौलाना हमीदुल हसन, मौलाना सैफ अब्बास, मौलाना अतहर अली इत्यादि कोई भी इस प्रकार के प्रदर्शनों में नही शरीक होते है जिससे कि यह बात साफ होती है कि कुछ लोग निजी फायदे के लिए इस प्रकार की हरकतें करके सरकार को बदनाम करने की लगातार कोशिशें कर रहे हैं।
ज्ञापन में यह माँग की गयी कि इस प्रकार के प्रदर्शन करने वालों पर जल्द से जल्द पाबंदी लगाई जाए, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्यरवाई की जाए और इन लोगों को किसी अलग जजीरे (द्वीप) पर बसाया जाए जिससे कि आम नागरिकों को प्रतिदिन दहशतजदा न होना पड़े।
इस अवसर पर बोर्ड ने इस बात का भी ऐलान किया कि अगर हमारी माँगे नही मानी जाती है तो हम लोग बड़ी संख्या में तमाम धर्मो, स्कूलों व मदरसों, व्यापार मण्डल को साथ लेकर 7 अगस्त 2015 जुमे के दिन नादान महल पार्क में बड़ा एहतिजाज और प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगें।
इस अवसर पर मौलाना मुहम्मद सुफयान, मौलाना जैनुल आबिदीन, मौलाना मुहम्मद अकरम, मौलाना अब्दुल लतीफ ने भी अपने ख्यालात का इज्हार किया।