मौलाना कल्बे जवाद गिरफ्तार
वसीम रिज़वी की नियुक्ति का विरोध, धारा 144 लागू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन पर वसीम रिजवी की नियुक्ति के बाद से ही सरकार से नाराज़ चल रहे मौलाना कल्बे जवाद को हजरतगंज शाही मस्जिद पर प्रदर्शन के लिए जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया।मौलाना जवाद के साथ कई मौलाना व समर्थकों को पुलिस ने कैसरबाग में उस समय गिरफ्तार किया, जब यह लोग हजरतगंज की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान हजरतगंज में शाही मस्जिद के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया। मौलाना कल्बे जवाद के कल ऐलान के बाद आज जिला प्रशासन ने लखनऊ में धारा 144 लागू करने के साथ ही शहर की सुरक्षा को और मुस्तैद किया।
प्रदेश के अल्पंख्यक कल्याण मंत्री के खास माने जाने वाले वसीम रिजवी के शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन चुने जाने के बाद से ही शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने उनका विरोध शुरू कर दिया था। आज मौलाना ने इसके विरोध में लखनऊ के मुख्य बाजार हजरतगंज में धरना प्रदर्शन तथा जाम का ऐलान किया था। शहर में जगह-जगह वसीम रिजवी को हटाने के लिए प्रदर्शन हो रहा था। मौलाना के समर्थक दिन में 11 बजे से ही गिरफ्तारी देने में लगे।
10 बजे के बाद शाही मस्जिद हजरत गंज पर प्रदर्शनकारी विभिन्न मार्गों से पहुंचने लगे जिल्हें पुलिस ने मस्जिद में प्रवेश नहीं करने दिया और गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान शाही मस्जिद से महिलाओं को गिरफ्तार करके मोहनलालगंज ले जाया गया और साथ ही मौलाना अहतेशामुल हसन और मौलाना मूसी रजा को हजरत गंज से गिरफ्तार करके मोहन लाल गंज कोतवाली भेज दिया गया ।दिन में कई बार पुलिस ने अपनी बर्बरता का सबूत देते हुए प्रदर्शनकारियों पर भारी लाठीचार्ज किया जिसमें कई महिलाओं और बच्चों को चोटें आई है ।जेसे ही यह खबर आम हुई कि पुलिस ने मस्जिद में ताला डाल दिया है जनता का क्रोध बढ़ गया कि आखिर पुलिस कैसे हमारी इबादतगाह में दाखिल हुई उसके बाद आलिमों की बैठक हुई और मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने घोषणा की कि वह आलिमों साथ एक बजे शाही मस्जिद हजरत गंज में नमाज पढ़ने जाएंगे। इस घोषणा के आम होते ही जनता मौलाना के घर पर जमा होने लगी जबकि जनता से कहा गया था कि वह सीधे शाही मस्जिद पहोनचें मगर मार्गों को पुलिस ने हर तरफ से बंद कर दिया था ।जेसे ही मौलाना घर से नमाज के लिए निकले हजारों लोग उनके साथ शाही मस्जिद के लिए रवाना हो गए ।भारी पुलिस बल तैनात था इस लिये मौलाना ने फैसला किया वह खुद गाड़ी से हजरत गंज नहीं जाएंगे क्योंकि उनके न होने की वजह से पुलिस प्रदर्शनकारियों के साथ कुछ भी कर सकती है इसलिए वह पैदल मेडिकल कॉलेज, सिटी स्टेशन, गोला गंज होते हुए कैसर बाग चैराहे पहुंचे जहां पुलिस ने बसों द्वारा रास्ता जाम कर दिया और आगे बढ़ने से रोक दिया ।काफी देर की बातचीत के बाद सीओ ने उल्मा के साथ लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
मौलाना ने गिरफ्तारी की घोषणा के बाद अपने बयान में कहा कि मुलायम सिंह सरकार बाबरी मस्जिद और मुसलमानों के अधिकारों की बात करती है लेकिन उनका असली चेहरा यह है कि हम शाही मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहे हैं और हमें नमाज से रोका जा रहा है। हमारा विरोध शांतिपूर्ण था लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज किया, महिलाओं और आलिमों को गिरफ्तार किया गया ,शाही मस्जिद को नमाजियोंके लिए बंद कर दिया गया आखिर पुलिस को क्या अधिकार पहुँचता है कि वह हमारी मस्जिदों पर ताला डाले लेकिन यह सरकार अब अत्याचार पर आमादा है और उसकी निगाह में ना मस्जिद का कोई महत्व है और न मंदिर का। इस सरकार को केवल वोट चाहिए और वह चाहे जैसे भी मिलें । मोलाना ने कहा हमारा विरोध अभी जारी है और अगले पांच दिनों तक यूं ही गिरफ्तारियां दी जाती रहेंगी ।आखिर कब तक सरकार हमें दबाएगी और हमारे अधिकार हमें नहीं दिए जाएंगे। मौलाना कि यह सरकार केवल एक मंत्री के इशारों पर नाच रही है और मुख्यमंत्री मूकदर्शक बने हैं। मौलाना ने शिया कौम के नाम अपने संदेश में कहा कि सरकार की अन्याय और तानाशाही का विरोध जारी रहेगा कल फिर जनता शाही मस्जिद से गिरफ्तारी देगी और यह सिलसिला जारी रहेगा। कैसर बाग चैराहे से गिरफ्तार करके उलमा और जनता को बसों द्वारा मोहन लाल गजं ले जाया गया ।