रोलेंट ओल्टमेंस बने भारतीय हॉकी टीम के कोच
नई दिल्ली : हाई परफार्मेस निदेशक रोलेंट ओल्टमेंस को आज पाल वान ऐस की जगह भारतीय पुरूष हाकी टीम का नया कोच नियुक्त किया गया जो अगले ओलंपिक तक पद पर रहेंगे।
पाल वान ऐस को हाकी इंडिया अध्यक्ष नरिंदर बत्रा के साथ सरेआम बहस के बाद पद से हटा दिया गया। हालैंड के 61 वर्षीय कोच ओल्टमेंस करीब तीन साल से भारतीय हाकी के साथ है और कम से कम रियो ओलंपिक तक कार्यभार संभालेंगे। ओल्टमेंस को नियुक्त करने का फैसला भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास और बत्रा के बीच बैठक के बाद लिया गया ।
बत्रा ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘ओल्टमेंस रियो ओलंपिक तक कोच बने रहने को राजी हो गए हैं और हम चाहते हैं कि वह उसके बाद भी रहें।’ उन्होंने कहा कि वान ऐस की बर्खास्तगी निराशाजनक अध्याय था लेकिन भारतीय हाकी को अब आगे बढ़ना होगा।
उन्होंने कहा, ‘कोच आते जाते रहते हैं लेकिन हमें आगे बढ़ना होगा। हमें आगे की ओर देखना है और ओलंपिक के लिये टीम को तैयार करना है। हम ओल्टमेंस से बात करेंगे कि उन्हें कैसा सहयोगी स्टाफ चाहिये और हम उनकी पूरी सहायता करेंगे।’ इससे पहले कल ओलंपियन हरबिंदर सिंह की अगुवाई वाली नौ सदस्यीय समिति ने वान ऐस को पद से हटाने का सुझाव दिया था।
दूसरी ओर वान ऐस ने ‘निरंकुश’ बत्रा को उनकी बर्खास्तगी के लिये दोषी ठहराते हुए कहा कि उन्हें हटाने का सुझाव उनके लिये हैरत का सबब नहीं था। ओल्टमेंस लगभग तीन साल तक भारतीय हाकी के साथ जुड़े हुए हैं और खिलाड़ियों की जरूरतों को समझते हैं। खिलाड़ी भी उनसे अच्छी तरह से घुल मिल चुके हैं।
वान ऐस को इस साल जनवरी में नियुक्त किया गया था और उन्हें 2018 तक का करार दिया गया था। भारतीय टीम के साथ उनका आखिरी टूर्नामेंट इस महीने की शुरूआत में बेल्जियम में हुआ विश्व लीग सेमीफाइनल था।
हाकी इंडिया के 2009 में कार्यभार संभालने के बाद वान ऐस चौथे विदेशी कोच है जिन्हें विवादास्पद तरीके से बाहर किया गया। वान ऐस से पूर्व जोस ब्रासा, माइकल नोब्स और टेरी वाल्श सभी ने विवादास्पद तरीके से भारत छोड़ा था। इन सभी को हाकी इंडिया की सिफारिशों के बाद मोटे वेतन पर भारतीय खेल प्राधिकरण ने पद पर रखा था।