जमशेदपुर में साम्प्रदायिक हिंसा
वीएचपी-बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़ और आगज़नी, कई पुलिस वाले घायल
जमशेदपुर। जमशेदपुर पिछले दो दिनों से दो गुटों के बीच हिंसा जारी है। एक महिला के साथ कथित छेड़खानी के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में प्रदर्शन करते हुए मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद् और बजरंग दल ने बंद का आयोजन किया था, इस दौरान भी दोनों गुटों के बीच संघर्ष हुआ। विरोध प्रदर्शन कर रहे संगठन के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर जाम लगाकर कई गाडियों में तोड़-फोड़ और आगजानी की। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा इस दौरान छह पुलिस अफसरों समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
शहर में सोमवार रात से ही धारा 144 लागू कर दी गई थी। पूरे शहर में अतरिक्त सुरक्षाबल लगाया गया है। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से बुधवार को सभी स्कूल और कॉलेजों के बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जांच के आदेश दिए हैं। हालात से निपटने के लिए पुलिस मुख्यालय ने जमशेदपुर में 15 कंपनी अतिरिक्त और रांची से आइटीबीपी की दो कंपनियां, चार कंपनी सीआरपीएफ और आरएएफ की दो कंपनियां भी भेजी गई हैं।
बता दें कि सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे एक लड़की के साथ कुछ लोगों ने छेड़खानी कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। देर रात एक पक्ष के लड़के की पिटाई कर दी गई। इसके बाद, हिंसा भड़क गई। दोनों समुदाय के लोगों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को भारी मशक्तत करनी पड़ी। पुलिस के समझाने के बावजूद पत्थरबाजी होती रही। कुछ लोगों ने गाडियों में आग लगा दी। बेकाबू लोगों को कंट्रोल करने के लिए डीएसपी ने फोन पर मजिस्ट्रेट से हवाई फायरिंग की इजाजत मांगी, लेकिन मंजूरी नहीं मिली। इस दौरान दोनों गुटों की तरफ से रूक-रूक कर पत्थरबाजी होती रही।