मज़दूरों को समझने वाला मैं पहला पीएम: मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इशारों ही इशारों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। 46 वीं लेबर कांफ्रेंस में मोदी ने कहा,मुझे गरीबी देखने के लिए कैमरामैन लेकर जाने की जरूरत नहीं है। मैं गरीब परिवार से निकल कर आया हूं।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले मनरेगा के तहत मजदूरी करते लोगों के बीच राहुल गांधी की फोटो आई थी। तस्वीरों में राहुल गांधी को मिट्टी ढोते हुए दिखाया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, पूर्व में कई प्रधानमंत्री हुए लेकिन मजदूरों को समझने वाला कोई एक प्रधानमंत्री है तो वह मैं हूं। मैं देश में गरीबों की स्थिति को जानता हूं क्योंकि मैं उसी पृष्ठभूमि से आया हूं। मुझे इसका अध्ययन करने के लिए कैमरामैन लेकर जाने की जरूरत नहीं है। मैं उनके साथ रहा हूं। मैं मजदूरों को जानता हूं।
प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि मध्य वर्ग को उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो उनके लिए काम करते हैं। हम मजदूरों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। उनके सभी मेडिकल रिकॉर्ड्स अब ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। इस चर्चा के अच्छे परिणाम मिलेंगे। हमें चीजों को आगे ले जाने के लिए मिलकर काम करना होगा। मोदी ने कहा कि उद्योगपतियों को प्रोफिट मार्जिन की चिंता किए बिना ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षुओं को हायर करना चाहिए। ऎसा करना उनकी सामाजिक जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, चीन में दो करोड़ लोग और जापान में एक करोड़ लोग एप्रेंटिस के रूप में काम कर रहे हैं जबकि भारत में इनकी संख्या सिर्फ 30 लाख है। नरेन्द्र मोदी ने कहा, मजदूरों के कौशल को निखारने के लिए सरकार ने नई योजना बनाई है। सरकार मजदूरों को स्किल सर्टिफिकेट देगी। इससे उन्हें रोजगार मिलने में आसानी होगी। मोदी ने कहा कि श्रम कानूनों को सरल बनाने की जरूरत है। कारोबारियों को भी मजदूरों के लिए अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। एक छोटे से छोटा मजदूर भी राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देता है। हमें श्रमिकों का सम्मान करना चाहिए। गरीब और किसान का भला करना सरकार का मुख्य उद्देश्य है।