पर्सनल लाॅ पर पूरी तरह अमल करें मुसलमान : मौलाना खालिद रशीद
ईदगाह में लाखों मुसलमानों ने ईद की नमाज़ अदा की
लखनऊ: पूरे देश में ईद का त्यौहार बड़े हर्ष व उल्लास और अमन व शान्ति के साथ मनाया गया। लखनऊ में ईद उल फि़़त्र की नमाज प्रदेश की सबसे बड़ी ईदगाह एैशबाग़ में हुई। जिसमें पाँच लाख़ से ज्यादा मुसलमानों ने इमाम ईदगाह, मौलाना खालिद रशीद फंरगी महली की इमामत में नमाज़ अदा की और लखनऊ, उत्तर प्रदेश और पूरे देश में अमन व शान्ति और फिलिस्तीन में अमन के लिए विशेष दुआयें की गयीं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नायक, मुख्य मंत्री अखिलेश यादव और विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के लीडरों और सरकार के उच्च अधिकारियों ने ईदगाह आकर इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फंरगी महली और तमाम मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद देकर अपने प्रदेश और देश की गंगा जमनी तहजीब का बेहतरीन नमूना पेश किया।
इमाम ईदगाह ने अपने ईद के खुतबे में ईद उल फि़त्र की अहमियत, मुसलमानों के लिए शिक्षा की जरूरत, और उनकी तामीर व तरक्की की जरूरत और पिछली ईद के मौके़ पर उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री से की गयी माँगों के पूरे होने पर उनका शुक्रिया अदा किया। मौलाना ने कहा कि रमजान के पूरे रोजे रखने के बाद इस्लामी माह शव्वाल की पहली तारीख़ को खुदा पाक की तरफ से रोजेदारों को जो इनाम दिया जाता है उसको ईद उल फि़त्र कहते है। उन्होंने कहा कि ईद खुशियाँ अमन का पैगाम देती है। आज के दिन पूरे मुल्क और पूरी दुनिया में इसका जशन मनाया जाता है।
उन्होंने मुसलमानों में शिक्षा की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि दीने इस्लाम इल्म का दीन है और खुदा पाक ने और उसके रसूल ने तमाम मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा प्राप्त करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मुहम्मद साहब ने फरमाया कि इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है।
मौलाना ने अपने खुतबे में कहा कि कुछ फिरक़ा परस्त नेता मुसलमानों के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्यरवाई होनी चाहिए। इमाम ईदगाह ने मुसलमानों से मुस्लिम पर्सनल लाॅ पर पूरी तरह से अमल करने को कहा और उन ताकतों की कठोर निन्दा की जो बार बार पर्सनल लाॅ में बदलाव की माँग कर रहे हैं।
मौलाना ने उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की उन्नति के लिए सरकार पर जोर दिया और माँग की कि सरकारी नौकरियों में मुसलमानों को आबादी के अनुपात से नौकरियाँ दी जायें। इमाम ईदगाह ने प्रदेश सरकार के द्वारा मुसलमानों की तरक्की के लिए किये गए कामों के लिए शुक्रिया अदा किया जिनमें यूनानी डाक्टरों की समस्याओं का हल, अल्पसंख्यक विभाग का बजट बढ़ाया जाना उल्लेखनीय है।
इमाम ईदगाह ने कहा कि अगर हम यह कहें कि अगर हमारी माँगे पूरी नही की जाती हैं तो हम ताज महल, लाल किला और कुतुब मीनार पर ताले लगा देंगेें क्योंकि यह ऐतिहासिक इमारतें मुगल बादशाहों ने बनवाई थी जो कि सुन्नी थे तो हम यह समझते हैं कि इस किस्म के ऐलान गैर कानूनी और गैर संविधानिक और गैर मुहज्जब है।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर इस बात पर जोर दिया कि रमजान के महीने में किसी भी प्रकार का धरना प्रर्दशन न करने दिया जाए। क्योंकि इससे माहौल खराब होता है और रोजेदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी के साथ साथ जिला प्रशासन को भी रमजान और ईद के त्यौहारों की तैय्यारियों के सिलसिले में कठिनाइयाँ पेश आती हैं। उन्होेने कहा कि कुछ लोगों ने हर साल रमजान में धरना प्रदर्शन करने का रिवाज बना लिया है जिनकी हम निन्दा करते है।
नमाज के बाद देश और प्रदेश की सुरक्षा, तामीर व तरक्की और पूरी दुनिया में अमन व शान्ति और फिलिस्तीनियों के लिए विशेष दुआयें की गयीं।
इस अवसर पर विशेष तौर पर काबीनी मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार मि0 राजेन्द्र चैधरी, डायरेक्टर जनरल पुलिस जगमोहन यादव, आई0 जी0 लखनऊ जोन जकी अहमद, डी0 आई0 जी0 लखनऊ जोन आर0 के0 चतुर्वेदी, डी0एम0 राज शेखर, एस0एस0पी0 राजेश पाण्डेय, म्यूनिसपल कमिश्नर उदय राज सिंघ, सदस्य राज्य सभा रविदास मेहरोत्रा, कांग्रेसी लीडर रीता बहुगुणा जोशी, सदस्य राज्य सभा अशोक वाजपेयी, सिराज अहमद खाँ एडवोकेट सचिव ईदगाह कमेटी, अनीस अंसारी पूर्व वाइस चांसलर, डा0 शाकिर हाश्मी, मसऊद जीलानी, राशिद अली मीनाई, मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीक़ी, मौलाना मुहम्मद मुश्ताक़ शरीक थे।