नौजवानों को रोजगार ही देश की प्राथमिकता: मोदी
प्रधानमंत्री ने लॉन्च किया स्किल इंडिया कैंपेन
नई दिल्ली: विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया कैंपेन लॉन्च किया। मोदी ने राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन डॉक्यूमेंट भी लॉन्च किया। इस मौके पर मोदी ने कहा कि गुजरात के लोग सेना में कम जाते थे। लेकिन वहां मैंने ट्रेनिंग की व्यवस्था कराई तो बड़ी संख्या में लोग सेना में भर्ती होने लगे। उन्होंने कहा कि देश में हजारों ट्रेन ड्राइवरों की जरूरत है। चीन ने अपनी पहचान मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में बनाई है तो हम ह्यूमन रिसोर्स हब के रूप में उभर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अब गरीब बच्चा पीछे नहीं रहेगा। गरीब परिवारों को हम इस स्किल इंडिया के जरिए सक्षम बनाएंगे। देश में युवाओं को अवसर चाहिए। नौजवानों को रोजगार ही देश की प्राथमिकता है। पूरी दुनिया आज हमारी तरफ देख रहे है। दुनिया आज भारत को आदर से देख रही है। इस योजना के जरिए युवाओं को एक स्किल के तहत रोजगार से जोड़ने की केंद्र की योजना है। मौजूदा वित्त वर्ष में स्किल इंडिया मिशन के लिए 5,040 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। सरकार का स्किल इंडिया मिशन के जरिए निजी क्षेत्रों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर रहने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश का हर गरीब नौजवान उनकी फौज है और वह सबको स्किल्ड बनाने का प्रयास करेंगे। कोई नौजवान हाथ फैलाकर मांगने को मजबूर नहीं होगा। हर प्रशिक्षित युवा को कम से कम 8 हजार रुपये का रोजगार मिले, इसके लिए सरकार ने गरीबी के खिलाफ जंग छेड़ी है।
मोदी ने कहा कि कानून की जकड़न से कई बार युवाओं को परेशानी उठानी पड़ती है, सरकार युवाओं की बेहतरी के लिए हर संभव कदम उठाएगी। युवाओं को जरूरत के हिसाब ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। इस कार्यक्रम के जरिए करीब 24 लाख युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। सरकार युवाओं को स्किल सर्टिफिकेट देगी। हमारे नौजवानों के पास जो ताकत है उसे बल देना है। आईआईटी जैसे संस्थान का दुनिया लोहा मानती है और वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया में सबसे ज्यादा वर्कफोर्स देने वाला देश बनेगा।
नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन के जरिए हुनर सिखाकर लोगों को रोजगार के काबिल बनाने की योजना है। 2022 तक इसके जरिए 50 करोड़ लोगों को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य है। नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन से 160 ट्रेनिंग पार्टनर्स और 1,722 ट्रेनर्स जुड़े हैं। राष्ट्रीय कौशल विकास अभियान के तहत शुरू किया गया यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम अगले साल तक 24 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देगा और प्रशिक्षित उम्मीदवारों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।