गूंगी हो चुकी है सूबे के सरकार: अनूप गुप्ता
पत्रकारों पर हमलों के खिलाफ गांधी प्रतिमा पर धरना
लखनऊ:पत्रकारों पर हो रहे हमलों को लेकर वरिष्ठ पत्रकार अनूप गुप्ता की अगुवाई में हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर एक धरने का आयोजन किया गया। धरने के माध्यम से पूरे उत्तर-प्रदेश में पत्रकारों पर हो रहे हमलों, को लेकर कई गणमान्य लोगों सहित पत्रकार संगठनों और वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। खासतौर से ‘दृष्टांत’ पत्रिका के सम्पादक अनूप गुप्ता के ऊपर कोर्ट के भीतर हुए हमलों का जिक्र किया गया।
गौरतलब है कि सीबीआई की कोर्ट (प्रदूषण) में प्रमुख सचिव (सूचना) के माध्यम से दर्ज कराए गए मानहानि को लेकर मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। कोर्ट में पेशी के दौरान मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ‘दृष्टांत’ पत्रिका के सम्पादक अनूप गुप्ता के ऊपर कुछ अपराधी किस्म के अवांछनीय तत्वों ने हमला किया था। इसी मुद्दे को लेकर गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन जताया गया।
प्रदर्शन स्थल पर रिहाई मंच ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए अपना समर्थन दिया। रिहाई मंच के राजीव यादव ने जगेन्द्र हत्याकांड से लेकर अनूप गुप्ता के ऊपर हुए प्राण घातक हमले पर चिंता जताते हुए कहा पूरा समर्थन देने की बात कही। वरिष्ठ पत्रकार अम्बरीश राय ने धरने का समर्थन करते हुए अनूप गुप्ता के ऊपर हुए हमलों की घोर निंदा करते हुए कहा, ‘पत्रकारों को धरना देने के लिए मजबूर कर दिया गया है। अब पत्रकार अपनी कलम से ही कातिलों के सिर कलम करेगा’ अम्बरीश राय ने सत्य की इस लड़ाई में पूरा साथ देने का वायदा किया, साथ ही अन्य पत्रकार जगत के लोगों को भी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया।
वरिष्ठ पत्रकार प्रभात रंजन दीन ने भी विरोध प्रदर्शन के दौरान अपना मंतव्य पेश करते हुए अनूप गुप्ता सहित उन सभी पत्रकारों का साथ देने का वायदा किया जो सत्ता में बैठे कुछ भ्रष्ट लोगों के शिकार बन रहे हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता व सेवानिवृत जज चन्द्र भूषण पाण्डेय ने भी अनूप गुप्ता के ऊपर हुए हमले को निंदनीय बताते हुए कंधे से कंधा मिलाकर चलने का वचन दिया। श्री पाण्डेय ने कहा, ‘पत्रकारों पर हमला सरकार के पतन का प्रतीक है’। आर.टी.आई. एक्टिविस्ट संजय शर्मा भी इस मौके पर उपस्थित थे। उन्होंने भी पत्रकार अनूप गुप्ता के ऊपर हुए प्राणघातक हमले को निंदनीय बताते हुए सत्ता में बैठे भ्रष्ट लोगों की निंदा की।
कोर्ट के भीतर हमलों को लेकर ‘दृष्टांत’ पत्रिका के सम्पादक अनूप गुप्ता ने साफ शब्दों कहा, ‘जो हमारे बच्चों को अनाथ करने की कोशिश करेगा उसके साथ शालीनता की बात नहीं की जा सकती। यदि पत्रकार कलम उठा सकता है तो हथियार उठाने में भी वह नहीं हिचकेगा क्योंकि सूबे की सरकार गूंगी हो चुकी है। उसे भ्रष्ट अधिकारी ही अब रास आने लगे हैं।
विरोध प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ पत्रकार प्रभात रंजन दीन, अम्बरीश राय, राकेश श्रीवास्तव, अनिल सिंह, अनूप गुप्ता, नवल किशोर, संजय शर्मा, हरपाल सिंह, सहित काफी संख्या में पत्रकारगण उपस्थित थे।