15लाख की तरह ही तो नहीं 25 साल अमित शाह का एक जुमला: कांग्रेस
लखनऊ: ‘‘अच्छे दिन 25 साल बाद आयेंगे- अमित शाह’’ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दिये इस बयान पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने चुटकी लेते हुए कहा कि 25 साल बाद भी अच्छे दिन आयेंगे या यह भी 15लाख रूपये के तरीके से एक जुमला है।
प्रवक्ता ने कहा कि अमित शाह की अध्यक्षता वाली बीजेपी का नाम अब भारतीय जुमला पार्टी हो जाना चाहिए। जिस प्रकार 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद अपने सारे वादों से एक-एक करके यह पार्टी और नरेन्द्र मोदी यू-टर्न लेते जा रहे हैं उससे तो इसका नाम भारतीय जुमला पार्टी ही सार्थक होता है। 2014 में सरकार में आने के बाद एनडीए के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार कांग्रेसनीत यूपीए सरकार द्वारा पूर्ण की गयी योजनाओं का मात्र उद्घाटन भर किया है चाहे वह कटरा रेलवे लाइन हो, युद्ध पेात का अनावरण हो, मंगल यान, वित्तीय समावेशी योजना(जनधन योजना) हो, आधार कार्ड हो या भारत के विदेश में साख को भुनाना हो, नरेन्द्र मोदी ने इसके अलावा कोई भी नया काम नहीं किया है।
राजपूत ने कहा कि इसके ऊपर अमित शाह के इस बयान से उत्तर प्रदेश एवं भारत की जनता अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही है। जिस प्रकार खुदरा मंहगाई सूचकांक बढ़ रहा है वह आने वाले दिनों में मंहगाई को लेकर आसन्न खतरे का द्योतक है। भारतीय जनता पार्टी के सरकार में आने के बाद घोटालों की बाढ़ सी आ गयी है तथा घोटालेबाजों चाहे वह ललित मोदी हों, श्रीमती सुषमा स्वराज हों, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान का व्यापम घोटाला हो, पंकजा मुण्डे का चिक्की घोटाला हो या वंेकेटैया नायडू के बेटे का आन्ध्र का मोटर घोटाला हो आदि तमाम घोटाले देश की जनता के सामने आ रहे हैं तथा यह सरकार कारपोरेट के प्रतिनिधि के रूप में देश के गरीब किसान की जमीन को बिना किसी भाव व नियम कानून के हड़पने में जुटी हुई है। ऐसा तो अंग्रेजों के समय में भी नहीं हुआ।
श्री राजपूत ने आगे कहा कि अब श्री अमित शाह के नेतृत्व में उ0प्र0 की भारतीय जनता पार्टी उ0प्र0 को 2017 तक साम्प्रदायिकता की आग में झोंकना चाहती है तथा मंहगाई जैसे मुख्य मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाकर उ0प्र0 का चुनाव जीतना चाहती है। उ0प्र0 की प्रबुद्ध जनता अब इस तरीके के किसी भी भ्रामक प्रचार में नहीं आने वाली, चाहे वह साम्प्रदायिकता का जहर हो या फिर अच्छे दिनों का जुमला। उ0प्र0 की जनता अब समग्र विकास के नाम पर वोट देगी।