ज़िम्बाब्वे पर भुवनेश्वर फिर पड़े भारी
दूसरा वनडे 60 रनों हराकर भारत ने हासिल 2-0 की अजेय बढ़त
हरारे : भारत ने आज जिंबाब्वे को दूसरे वनडे मैच में भी 60 रनों हरा दिया और तीन मैचों की वनडे श्रृंखला पर भी कब्जा जमा लिया. भारत पहले वनडे मैच को 4 रन से जीतकर पहले ही श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाये हुए था. आज के मैच में जीत के साथ ही भारत ने श्रृंखला 2-0 से जीत ली है. अब 14 जुलाई को हरारे में होने वाला तीसरा और आखिरी मुकाबला महज औपचारिकता होगा. भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने आज सबसे अधिक 4 विकेट लिये.
भुवनेश्वर ने आज 10 ओवर की गेंदबाजी में 33 रन देकर 4 विकेट लिये और 3 मेडन ओवर भी फेंके. इसके अलावा धवल कुलकर्णी,हरभजन सिंह,बिन्नी और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट लिये. भारत की ओर से शानदार अर्धशतक और सबसे अधिक रन बनाने वाले मुरली विजय (72) को मैन ऑफ दी मैच चुना गया.
मुरली विजय और कप्तान अजिंक्य रहाणे के अर्धशतकों की मदद से भारत ने जिंबाब्वे के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां आठ विकेट पर 271 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया.
जिंबाब्वे के कप्तान एल्टन चिगुंबुरा ने टॉस जीतकर फिर से भारत को पहले बल्लेबाजी के लिये भेजा जिसे विजय (95 गेंदों पर 72 रन) और रहाणे (83 गेंदों पर 63 रन) ने पहले विकेट के लिये 26 ओवरों में 112 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलायी. अच्छी फार्म में चल रहे अंबाती रायुडु ने 50 गेंदों पर 41 रन बनाये जिसमें तीन चौके शामिल हैं. रहाणे ने सात चौके जबकि विजय ने एक चौका और दो छक्के लगाये.
मनोज तिवारी (22) और रोबिन उथप्पा (13) फिर से मौके का फायदा उठाकर चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को प्रभावित करने में नाकाम रहे. स्टुअर्ट बिन्नी ने आखिरी क्षणों में 16 गेंदों पर 25 रन की तेजतर्रार पारी खेली. जिम्बाब्वे की तरफ से चोटिल टिनसे पेनयांगरा की जगह टीम में लिये गये नेविले मादजिवा ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 47 रन देकर चार विकेट लिये.
श्रृंखला में 1-0 से आगे चल रहे भारत ने अच्छी शुरुआत की. विजय और रहाणे ने सहजता से अपनी पारी आगे बढायी और किसी तरह का जोखिम नहीं उठाया. जिंबाब्वे के गेंदबाजों ने सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करके भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका भी नहीं दिया.
रहाणे और विजय दोनों को शुरु में गेंदबाजों को पिच से मिल रही उछाल और स्विंग से सामंजस्य बिठाने के लिये जूझना पड़ा. भारतीय कप्तान ने इस बीच ढीली गेंदों पर कुछ अच्छे शॉट लगाये, लेकिन फिर भी भारत का रन रेट चार रन के आसपास ही चलता रहा. रहाणे ने 22वें ओवर में सीन विलियम्स की गेंद को मिडविकेट पर चार रन के लिये भेजकर अपना दसवां अर्धशतक पूरा किया.
विजय के लिये रन बनाना तब भी आसान नहीं रहा। रहाणे ने जब 26वें ओवर में चामू चिभाभा की गेंद पर कवर में आसान कैच थमाया तब विजय के नाम पर 43 रन दर्ज थे. उन्होंने इस बीच केवल एक बार दसवें ओवर में गेंद सीमा रेखा के पार भेजी थी. उन्होंने आखिर में 82 गेंदों पर अपना पहला वनडे अर्धशतक पूरा किया. विजय ने इस तरह से अपने पदार्पण के पांच साल चार महीने के बाद पहला पचासा पूरा किया.
उन्होंने इसके बाद चिभाभा और विटोरी के लगातार ओवरों में छक्के जडकर अपनी रन गति कुछ तेज की लेकिन मादजिवा की गेंद पर लंबा शाट लगाना उन्हें महंगा पड़ा और सबस्ट्यिूट मैलकम वालेर ने सीमा रेखा पर उन्हें कैच कर दिया. रायुडु ने विजय के साथ 47 रन जोड़ने के बाद तिवारी के साथ भी 44 रन की साझेदारी की लेकिन इसके बाद भारत ने रन गति तेज करने के प्रयास में लगातार विकेट गंवाये जिससे उसकी 300 रन तक पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा.
पिछले मैच में नाबाद 124 रन की बेहतरीन पारी खेलने वाले रायुडु ने सिकंदर रजा की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दिया जबकि तिरिपानो की गेंद को समझने में नाकाम रहे और फाइन लेग पर कैच दे बैठे. इन दोनों के चार गेंद पर आउट होने के बाद बिन्नी ने कुछ तेजी दिखायी. केदार जाधव ने भी आखिरी ओवर में आउट होने से पहले 16 रन बनाये.