राज्यपाल नाईक ने की आम के बागों की सैर, आम के व्यंजनों का लिया स्वाद  

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, राम नाईक ने अपनी पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ आज मलिहाबाद के आम विशेषज्ञ पदमकलीम उल्लाह के आमंत्रण पर उनके आम के बागों का भ्रमण किया। राज्यपाल ने वहां 18 प्रजातियों के आम देखे तथा पद्मश्री कलीम उल्लाह से उनके नये प्रयोगों की जानकारी भी की। राज्यपाल को पदमश्री कलीम उल्लाह ने अपने बाग में आम का एक खास पेड़ भी दिखाया जिसमें 350 प्रजाति के आमों की कलम बांधी गयी हैं।यह पेड़ अलग-अलग स्वाद के फल देता है। राज्यपाल ने इस अवसर पर लाल रंग का शरीफा आम भी देखा। उन्होंने वहां आम से बने व्यंजन आम जर्दा, आम शर्बत के साथ कई प्रकार के आम भी चखें।  इस अवसर पर राज्यपाल ने आम की दो नयी किस्मों का नामाकरण भी किया। एक प्रजाति का नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर ‘अटल‘ रखा तो दूसरी किस्म का नाम ‘रसीला रखा‘। 

राज्यपाल ने कहा कि मलिहाबाद क्षेत्र की आम के कारण लखनऊ में अपनी विशेष पहचान है। यहां के लोगों और फलों में प्रेम व सौहाद्र की मिठास है। इसे बनाये रखने की जरूरत है। उन्होंने कलीम उल्लाह के आम उत्पादन के प्रयोगों की सराहना करते हुए कहा कि इस कला को आमजन तक पहुंचाया जाना चाहिए।