व्यापमं घोटाला: झुके शिवराज, सीबीआई जांच को हुए राज़ी
भोपाल: लोगों के आक्रोश के आगे झुकते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि वह उच्च न्यायालय से व्यापमं घोटाले और इससे कथित तौर पर संबद्ध कई लोगों की मौत की सीबीआई से जांच कराने का आदेश देने का आग्रह करेंगे।
व्यापमं घोटाले से कथित तौर पर संबद्ध लोगों की मौत के बढ़ते आंकड़े को लेकर विपक्ष के निशाने पर आए चौहान ने कहा कि लोग सच जानना चाहते हैं और अब यह आवश्यक हो गया है कि सभी संदेहों को दूर करने के लिए मामले की सीबीआई द्वारा जांच की जाए। विपक्ष का आरोप है कि मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल के तहत प्रवेश और भर्तियों में घोटाले की जांच जुलाई 2013 से शुरू हुई थी और तब से इस घोटाले से कथित तौर पर जुड़े करीब 45 लोगों की जान जा चुकी है। बीते एक सप्ताह में ही इस घोटाले को कवर कर रहे एक पत्रकार सहित कम से कम पांच लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में जान जा चुकी है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे चौहान ने इस घोटाले में अपनी संलिप्तता संबंधी कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए इसे ‘बेबुनियाद’ बताया। उन्होंने कहा ‘‘जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए मैं उच्च न्यायालय से इस मामले की सीबीआई जांच कराने का आदेश देने का आग्रह करूंगा।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र जनता की स्वीकार्यता पर चलता है। ‘सरकार का कामकाज किसी भी संदेह से परे होना चाहिए।’’ करोड़ों रूपये के व्यापमं घोटाले में कई हाई प्रोफाइल पेशेवर, राजनेता और नौकरशाह आरोपी हैं । इस घोटाले में मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल कथित तौर पर संलिप्त है जो अध्यापकों, मेडिकल अधिकारियों , कांस्टेबलों और वन रक्षकों जैसे विभिन्न पदों के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है ।
हाल ही में हुई मौतों और व्यापक जांच के लिए जनाक्रोश का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा कि पत्रकार की मौत सहित कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम हुए हैं और लोगों को सच जानने का हक है। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच का आदेश देने का अधिकार उनके पास नहीं है। लेकिन मामले के घटनाक्रम को देखते हुए समुचित जवाब जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘मैं पूरी रात मामले के बारे में सोचता रहा। जो सवाल उठे उनका जवाब जरूरी है। अब यह जरूरी हो गया है कि सीबीआई मामले की जांच करे।’’ क्या मुख्यमंत्री अप्राकृतिक मौतों की भी सीबीआई जांच कराना चाहते हैं। इस पर उनका जवाब था कि एजेंसी को मामले के सभी पहलुओं की जांच करनी चाहिए।
कांग्रेस ने इस घोटाले में चौहान की संलिप्तता का आरोप लगाया है। इस बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में विपक्षी दल द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप अब तक गलत साबित होते रहे हैं। बहरहाल, चौहान राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के इस बयान पर कोई भी टिप्पणी करने से बचते रहे जिसमें उमा ने कहा था कि मौतों को लेकर अब उन्हें भी ‘डर’ लग रहा है। चौहान ने कहा ‘वह मेरी बहन की तरह हैं और बहुत सम्माननीय नेता हैं। मैं उन्हें बहुत सम्मान देता हूं। मैंने उनके खिलाफ तब भी कोई टिप्पणी नहीं की जब वे भाजपा में नहीं थीं।’