देश की प्रगति के लिए किसानों, महिलाओं का खुशहाल होना जरूरी: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने कृषक महिला समूहों को ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्र वितरित किए
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश की प्रगति के लिए गरीबों, किसानों और महिलाओं का खुशहाल होना जरूरी है। समाजवादी सरकार गांव, गरीब, किसान और महिलाओं के हितों को ध्यान में रखकर तमाम योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। प्रदेश सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र और वर्ग के विकास के लिए संतुलित प्रयास किए हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने फार्म मशीनरी बैंक योजना के तहत 11 कृषक महिला समूहों को ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्र वितरित किए। उन्होंने खरीफ-2015 के सघन प्रचार अभियान का शुभारम्भ किया।
श्री यादव ने फार्म मशीनरी बैंक योजना के तहत कृषक महिला समूहों को प्राथमिकता दिए जाने की सराहना करते हुए कहा कि इससे कृषि में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित की जा सकेगी, जिससे महिलाओं का सशक्तिकरण होगा। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर एवं पिछड़े वर्गों को मजबूत बनाने की दिशा में समाजवादी सरकार का यह एक और प्रयास है। इसी कड़ी में समाजवादी पेंशन योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण का भी एक माध्यम बनी है।
मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग से यह अपेक्षा की कि फार्म मशीनरी बैंक योजना का दायरा बढ़ाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा कृषकों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने उम्मीद जतायी कि योजना का तेजी से संचालन होने पर बड़ी संख्या में महिलाओं को लाभ मिलेगा। कृषक महिला समूहों की मेहनत से आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसके तहत संचालित होने वाले कार्यों से किसानों की खुशहाली में वृद्धि होगी।
कृषि राज्य मंत्री राजीव कुमार सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि गतिविधियों में महिलाओं की समान भागीदारी होती है। मुख्यमंत्री ने कृषक महिला समूहों को आमंत्रित कर उनके योगदान को पहचान दी है। फार्म मशीनरी बैंक योजना महिलाओं के सशक्तिकरण एवं कृषि विकास में उपयोगी भूमिका निभाएगी। सघन प्रचार अभियान के दौरान किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीक की जानकारी दी जाएगी, ताकि कृषि उपज में बढ़ोत्तरी हो सके।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा कृषि व किसानों को सबसे अहम स्थान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार किसानों को सभी कृषि निवेश आसानी से उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक प्रबन्ध करते हुए इनपुट मैनेजमेन्ट कैलेण्डर लागू किया है। परिणामस्वरूप पिछले सालों में खाद व बीज के सम्बन्ध में किसानों को कोई असुविधा नहीं हुई है।
इस अवसर पर शिव शक्ति ग्राम संगठन ग्राम आनेपुर, इटावा की अध्यक्ष श्रीमती पप्पी सिंह तथा कृषक स्वयं सहायता समूह ग्राम निगोहां, लखनऊ की अध्यक्ष श्रीमती रक्षमा तिवारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने इन महिला कृषक समूहों के साथ-साथ प्रगति ग्राम संगठन कीरतपुर इटावा, क्रान्ति आजीविका ग्राम संगठन खिवली कला इलाहाबाद, एकता आजीविका महिला संगठन ग्राम बागी जालौन, किसान सेवा स्वयं सहायता समूह ग्राम कपेरामदारपुर लखनऊ, आदर्श आजीविका ग्राम संगठन अहिरोरी हरदोई, गायत्री ग्राम संगठन सिंगहा खुर्द लखीमपुर खीरी, मां वैष्णों ग्राम संगठन चखरा लखीमपुर खीरी, डाॅ0 राम मनोहर लोहिया शिक्षण सेवा संस्थान ग्राम बेलवाना आजमगढ़ तथा कस्टम हायरिंग सेण्टर ग्राम बगिया कन्नौज को भी ट्रैक्टर की प्रतीकात्मक चाभी सौंपी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किसान सेवा रथों तथा ट्रैक्टरों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, सचिव सचिवालय प्रशासन प्रभात मित्तल, कृषि निदेशक ए0के0 विश्नोई तथा महिला कृषक समूह की सदस्य मौजूद थीं।