टीम इंडिया ने बचाया सम्मान, बांग्लादेश को 77 रनों से हराया
मीरपुर : सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत बड़ा स्कोर खड़ा करने वाले भारत ने आज यहां तीसरे और आखिरी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 77 रन की बड़ी जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप करने के बांग्लदेश के मंसूबों पर पानी फेर दिया.
धवन ने 73 गेंद पर दस चौकों की मदद से 75 रन बनाये जबकि धौनी ने 77 गेंदों पर 69 रन की पारी खेली. भारतीय कप्तान ने अंबाती रायुडु (49 गेंद पर 44 रन) के साथ चौथे विकेट के लिये 93 रन की साझेदारी की. सुरेश रैना ने आखिर में 21 गेंद पर 38 रन बनाकर पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले भारत का स्कोर छह विकेट पर 317 रन तक पहुंचाया.
बांग्लादेश की टीम बड़े लक्ष्य के सामने शुरु में दबाव में आ गयी. ऐसे में नियमित अंतराल में विकेट गंवाने से उसकी परेशानी और बढ़ गयी और पूरी टीम 47 ओवर में 240 रन पर आउट हो गयी. शब्बीर रहमान (43), सौम्या सरकार (40), लिट्टन दास (34), नासिर हुसैन (32) आदि ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वे दबाव में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे.
रैना भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 45 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि धवल कुलकर्णी और रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट हासिल किये. इस हार से बांग्लादेश का अपनी सरजमीं पर लगातार दस जीत करने के अभियान पर भी विराम लग गया. उसने पहले दो मैच जीतकर श्रृंखला पहले ही नाम पर कर दी थी. इन दोनों मैचों के नायक मुस्तफीजुर रहमान रहे लेकिन आज वह 57 रन देकर दो विकेट ही ले पाये. उन्होंने श्रृंखला में कुल 13 विकेट हासिल किये.
पिछले मैचों से सबक लेकर आज भारतीय बल्लेबाज मुस्तफीजुर की कटर के सामने सतर्क दिखे. बांग्लादेश को पहली सफलता हालांकि बायें हाथ के इस गेंदबाज ने ही दिलायी. रोहित शर्मा (29) ने उन पर ढीला शाट खेलकर विकेटकीपर को कैच दे दिया. श्रृंखला में तीसरी बार मुस्तफीजुर ने रोहित को अपना शिकार बनाया.
इससे रन गति धीमी पड गयी जिसका बल्लेबाजों पर दबाव बना. विराट कोहली (35 गेंद पर 25 रन) ऐसे में शाकिब अल हसन की गेंद पर स्लाग स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हो गये जिससे धवन के साथ उनकी 75 रन की साझेदारी भी टूट गयी. इस श्रृंखला से पहले बांग्लादेश की सरजमीं पर प्रत्येक मैच में कम से अर्धशतक जडने वाले कोहली ने इस बार तीन मैचों में केवल 49 रन बनाये.
धौनी फिर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे. उन्होंने नासिर हुसैन की दो ढीली गेंदों को चौके और छक्के लिये भेजा, लेकिन तभी धवन आउट हो गये. मुर्तजा ने उन्हें पवेलियन भेजा लेकिन इसका श्रेय नासिर को जाता है जिन्होंने मिडविकेट पर बेहतरीन कैच लपका.
पहले दो मैचों में बल्लेबाजी पावरप्ले और मुस्तफीजुर का दूसरा स्पैल भारत के लिये घातक साबित हुआ था. आज पावरप्ले में भले ही 29 रन बने लेकिन कोई विकेट नहीं गिरा. मुस्तफीजुर ने दूसरे स्पैल में दो ओवर किये और आठ रन दिये लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिला.
धौनी ने इस बीच चौथे नंबर पर खेलते हुए 1000 रन पूरे किये. इसके कुछ देर बाद उन्होंने अपना 59वां वनडे अर्धशतक पूरा किया. रायुडु का हालांकि भाग्य ने साथ नहीं दिया. जब वह मजबूती से अर्धशतक की तरफ से बढ़ रहे थे तब अंपायर ने उन्हें मुर्तजा की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया. रीप्ले से साफ हो गया कि गेंद ने बल्ले को स्पर्श नहीं किया था. रायुडु अंपायर के फैसले से नाराज भी दिखे.