लखनऊ। बसपा मुखिया मायावती ने बिजली दरें बढ़ाने पर सपा सरकार और योग दिवस कार्यक्रम पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। मायावती की ओर से अलग-अलग दो बयान जारी किये गये हैं। एक में केंद्र सरकार के योग दिवस कार्यक्रम को सांप्रदायिकता बढ़ाने का प्रयास करार दिया है। कहा कि भाजपा सरकार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई की समस्या से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि योग कार्यक्रम के पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास किया गया, जिसमें विफल होने पर उपराष्ट्रपति को भी विवाद में घसीट लिया गया। कार्यक्रम के आयोजकों ने उपराष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया था, इसलिये वह योग कार्यक्रम में नहीं गये। उन्होंने कहा कि भाजपा व केंद्र सरकार को अपनी संकीर्ण सोच से बाहर निकलना चाहिये जबकि दूसरे बयान में राज्य में बिजली दरें बढ़ाये जाने के लिए समाजवादी सरकार को आड़े हाथों लिया गया है। बिजली दरें बढ़ाने के फैसले को जनविरोधी करार देते हुए उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण में यह सरकार पहले दिन से ही फेल है।