स्मृति ईरानी का फरमान, केंद्रीय स्कूलों में अनिवार्य होगा योग
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से संचालित स्कूलों में छठी से 10वीं कक्षा तक योग को अनिवार्य विषय बनाए जाने के साथ ही इसे टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनाया जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को कहा कि इसके अलावा अगले साल योग पर एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें सर्वश्रेष्ठ छात्र को पांच लाख रुपये का नगद इनाम दिया जाएगा।
छात्रों के लिए पाठ्यक्रम सामाग्री जारी करते हुए स्मृति ने कहा कि इस विषय का छात्रों पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं होगा, क्योंकि 80 फीसदी अंक प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए होंगे। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के एक दिन बाद मंत्री ने कहा, मैं छात्रों से आश्वासन चाहती हूं कि वे इसे प्रायोगिक स्तर पर पूरे समर्पण के साथ करेंगे। बाद में संवाददाताओं से बातचीत में स्मृति ने कहा कि पाठ्यक्रम को लेकर फैसला करने के लिए राज्य स्वतंत्र हैं।
अधिकारियों का कहना है कि सीबीएसई ने अपने मान्यताप्राप्त स्कूलों में इसे लागू करने के लिए रणनीति अभी नहीं बनाई है। यह कार्यक्रम केंद्रीय विद्यालयों और जवाहर नवोदय विद्यालयों में अनिवार्य होगा।
शिक्षकों के शिक्षा कार्यक्रम के लिए योग पर प्रशिक्षण मॉड्यूल के बारे में बात करते हुए स्मृति ने कहा कि इसका मकसद शिक्षकों की फौज तैयार करना है, ताकि आने वाले समय की मांगों को पूरा किया जा सके। स्मृति ने यह भी सूचित किया कि 17 जुलाई को एक मोबाइल ऐप शुरू होगा, जहां पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक की एनसीईआरटी की किताबें मुफ्त डाउनलोड की जा सकेंगी।