सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जगेंद्र की मौत का मामला
यूपी सरकार से दो हफ्ते के भीतर जवाब मांगा
बरेली। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के मृतक पत्रकार के परिवार पर अब समझौते के लिए दवाब डाला जा रहा है। मृतक पत्रकार जगेंद्र सिंह के पिता ने आरोप लगाया कि हत्या के केस को वापस लेने के लिए उनके परिवार पर दबाव बनाया जा रहा है। वहीं पत्रकार जगेंद्र सिंह को जिंदा जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी और केंद्र सरकार से दो हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है। इस मामले की सीबीआई जांच कराने को लेकर एक अर्ज़ी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस भेजा है।
जगेंद्र के पिता ने कहा कि कुछ लोग केस वापस लेने के लिए उन्हें 20 लाख रूपए लेने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का लालच दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार को मृतक पत्रकार के पिता और बेटा मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं। उधर, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर दिया है।
जगेंद्र के पिता ने बताया कि एक शख्स आया, जो यूपी सरकार में मंत्री और इस हत्या के आरोपी राम मूर्ति वर्मा का जन संपर्क अधिकारी होने का दावा कर रहा था। सुमेर सिंह को केस वापस न लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई। इससे पहले भी जगेंद्र के परिवार ने केस वापस नहीं लेने पर धमकी मिलने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि पत्रकार जगेंद्र एक जून को बुरी तरह झुलसी हुई हालत में मिले थे और अस्पताल में इलाज के दौरान आठ जून को उनकी मौत हो गई थी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा तथा कोतवाल श्रीप्रकाश राय पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जलाने का आरोप लगाया था। इस मामले में नौ जून को राज्य मंत्री, कोतवाल समेत छह नामजद तथा चार अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई।