विकास के नाम पर गरीबों से छीने जा रहे हैं उनके अधिकार: राहुल
नई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि बदलाव सिर्फ वादे करके नहीं लाये जा सकते और साथ ही आरोप लगाया कि विकास के नाम पर गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है ।
वेतन बकाये के भुगतान की मांग को लेकर यहां जंतर मंतर पर आंदोलन कर रहे नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के प्रति अपनी पूरी एकजुटता जताते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने उनकी मांगों को गरीबों के ‘सम्मान’ के साथ जोड़ने का प्रयास किया और कहा कि एकजुट संघर्ष के लिए वह उनके साथ खड़े रहेंगे ।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह लड़ाई दिल्ली या देश की सफाई के लिए नहीं है । यह लड़ाई आपके सम्मान के लिए है । मैं अपनी कुछ ताकत आप लोगों के साथ लगाना चाहता हूं …मिलजुल कर हम यह दिखायेंगे कि आपकी ताकत क्या है ।’ प्रधानमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदीजी और केजरीवाल यह सोचते हैं कि सिर्फ वादे करके वे बदलाव ला सकते हैं । वादे करके कोई बदलाव नहीं लाया जा सकता । बदलाव सिर्फ यहां खड़े होकर और ताकत लगाकर लाया जा सकता है ।
छह दिनों के अंदर दूसरी बार सफाई कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आप यह सोच सकते हैं कि मैं यहां सफाई कर्मचारियों के लिए बोलने आया हूं । ये भाषण गरीब किसानों, मजदूरों, सफाई कर्मचारियों और देश के सभी कमजोर और वंचित लोगों के लिए हैं
समाज के कमजोर तबके के लिए संघर्ष करने की प्रतिबद्धता जताते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘आप जब भी चाहेंगे, मैं आपके साथ खड़ा हूं । एक दिन, दस दिन, 50 दिन या सौ दिन के लिए ।’ इससे पहले राहुल गांधी ने छत्तीसगढ की अपनी यात्रा का उल्लेख किया जहां उन्होंने किसानों एवं आदिवासियों के अधिकारों के लिए पद यात्रा की थी । उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर अमीर लोग गरीबों की जमीन छीन रहे हैं और उन्हें मामूली रकम थमा दे रहे हैं ।
उन्होंने कहा, ‘जब हम पूछते हैं कि इससे गरीबों को क्या फायदा होगा, उनके पास कोई जवाब नहीं होता । हम इस तरह का विकास नहीं चाहते हैं ।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि जब गरीब लोग सवाल उठाते हैं तो वे विकास के नाम पर ऐसा करने की बात करते हैं । उन्होंने उत्तर प्रदेश के भट्ठा परसौल में भूमि अधिग्रहण की भी बात की जहां उन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए पदयात्रा की थी । सफाई कर्मचारियों के इस आंदोलन का आयोजन दिल्ली नगर निगम सफाई कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने किया था जहां दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन और कांग्रेस नेता सज्जन कुमार भी मौजूद थे ।