फतुल्लाह टेस्ट: चौथे दिन भी सिर्फ 30 ओवर का खेल
फतुल्लाह : खराब मौसम के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच एकमात्र क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन भी सिर्फ 30 . 1 ओवर के बाद खेल रद्द करना पडा. भारत ने पहली पारी छह विकेट पर 462 रन पर घोषित की थी जबकि बांग्लादेश ने तीन विकेट पर 111 रन बना लिये थे. भारत ने अपने 462/6 के स्कोर पर पारी समाप्ति की घोषणा कर दी और बांग्लादेश को बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया.
भारत द्वारा दिये गये लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश का पहला विकेट तमिम इकबाल के रूप में गिरा, जो 19 रन बनाकर आर अश्विन के शिकार बने. भारतीय स्पिनरों ने बांग्लादेश के शुरुआती विकेट जल्दी निकालकर दबाव बना दिया और वर्षाबाधित क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन खराब रोशनी के कारण लंच ब्रेक जल्दी लिये जाने के समय मेजबान ने तीन विकेट 111 रन पर गंवा दिये थे.
भारत ने पहली पारी कल के स्कोर छह विकेट पर 462 रन पर घोषित कर दी. इसके बाद बांग्लादेश का शुरुआती विकेट भी जल्दी चटकाया. भारत के लिए गेंदबाजी की शुरुआत तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और स्पिनर आर अश्विन ने की. अश्विन ने 30 रन देकर दो विकेट लिये. सलामी बल्लेबाज तामिम इकबाल ( 19 ) बांग्लादेश के लिए सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने के बाद अश्विन का शिकार हो गये.
इकबाल ने पूर्व बल्लेबाज हबीबुल बशर को पछाडा जिन्होंने 50 टेस्ट में 3026 रन बनाये थे. इकबाल के 40 टेस्ट में 3039 रन हो गये हैं. वह अश्विन को आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में चूके और स्टम्म आउट हो गये. मोमिनुल हक ( 30 ) और इमरुल कायेस ( नाबाद 59 ) ने दूसरे विकेट के लिए 81 रन जोड़े. कायेस को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब शिखर धवन ने उमेश यादव की गेंद पर उनका कैच छोड़ा.
तेरहवें ओवर में बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा लेकिन इस व्यवधान का असर इन बल्लेबाजों पर नहीं हुआ. इस साझेदारी को हरभजन सिंह ने तोड़ा जिन्होंने अपने छठे ओवर में मोमिनुल को रवाना किया.बडा शाट खेलने के प्रयास में मोमिनुल ने मिडआफ में खडे यादव को कैच पकडा दिया. इसके बाद अश्विन ने कप्तान मुशफिकर रहीम ( 2 ) को पवेलियन भेजकर बांग्लादेश को एक और झटका दिया. रहीम ने लेग स्लिप में रोहित शर्मा को कैच थमाया.
लंच के समय कायेस के साथ शाकिब अल हसन क्रीज पर थे जिन्होंने अभी खाता नहीं खोला है. इससे पहले भारत ने शिखर धवन ( 173 ) और मुरली विजय ( 150 ) के शतकों की मदद से छह विकेट पर 462 रन बनाये थे.