राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी के सांप्रदायिक संदेशों को तत्काल रोके सरकार: रिहाई मंच
लखनऊ: राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी व अन्य हिन्दुत्ववादी सांप्रदायिक तत्वों द्वारा वाट्सएप, फेसबुक सोशल नेटवर्किंग माध्यम से हिंसक सांप्रदायिक गतिविधियों व भावनाओं को भड़काने वालों के खिलाफ रिहाई मंच ने लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर इसे तत्काल रोकने व आरोपियों के खिलाफ कारवाई की मांग की है।
रिहाई मंच नेता राजीव यादव द्वारा लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि मोबाइल फोन नंबर 8738888832 से वाट्सएप पर आशीष राज शुक्ला राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी द्वारा तो वहीं फेसबुक पर यशवंत शर्मा के एकाउंट से एक अपील प्रसारित करके सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया है। इन दोनों के सांप्रदायिक व आतंकी संदेशों का पूरा विवरण भेजे गए पत्र दिया गया है। यादव ने अपने पत्र में कहा है कि इस प्रकार के अपराधियों का यह गिरोह जहां एक ओर मुसलमानों में
भय और आतंक उत्पन्न कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर हिन्दुत्व के नाम पर हिन्दुओं को आतंक के लिए उत्प्रेरित कर विभिन्न वर्गों तथा संप्रदायों में विद्वेष एवं कटुता फैला रहा है और सामाजिक एवं सांप्रदायिक सद्भाव को छिन्न-भिन्न करने का प्रयास कर रहा है। साथ ही सनातम धर्म के लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचा रहा है। उन्होंने अपनी शिकायत पर रिपोर्ट लिखवाकर उचित कार्यवाही करने की मांग करते हुए कहा है कि अपराधियों के इस गिरोह का उद्देश्य पूरा होने से पहले आवश्यक है कि ऐसे अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
रिाहई मंच के अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने कहा कि जिस तरह से मुजफ्फरनगर से लेकर कानपुर के भितरगांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा में वाट्सएप व फेसबुक तथा अन्य सोशल साइट्स के जरिए सांप्रदायिकता भड़काई गई, ऐसे में सूबे की राजधानी लखनऊ में इस तरह के मैसेज खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने लखनऊ प्रशासन व खुफिया विभाग पर हिन्दुत्वादी संगठनों द्वारा सांप्रदायिक व आतंकी मैसेजों को जानबूझकर उपेक्षित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि जिस तरीके से उनके प्रदेश में लगातार शासन व प्रशासन द्वारा हिन्दुत्ववादी सांप्रदायिक तत्वों के संरक्षण की वजह से सैकड़ों सांप्रदायिक घटनाएं हो चुकी हैं, ऐसे में राजधानी समेत पूरे सूबे में अमन चैन के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट की मानीटरिंग के लिए विशेष सेल गठित कर सांप्रदायिक व जातीय हिंसा को बढ़ावा देने वाले मैसेजों को रोकने तथा ऐसे तत्वों के खिलाफ कारवाई की जाए।