असाध्य रोगों से ग्रसित बी0पी0एल0 परिवारों को निःशुल्क इलाज की सुविधा
लखनऊ: प्रदेश सरकार द्वारा बी0पी0एल0 परिवारों को असाध्य रोगों जैसे कंैसर, हृदय, लीवर, किडनी एवं संक्रामक रोग से ग्रसित मरीजों का इलाज उत्तर प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेजों, किंग जार्ज मेडिकल काॅलेज, लखनऊ, डाॅ0 राम मनोहर लोहिया संस्थान आफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ, ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफई, इटावा, संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ तथा बी.आर.डी. मेडिकल काॅलेज, गोरखपुर में निःशुल्क प्रदान की जा रही है। बी0पी0एल0 परिवारों के असाध्य रोग से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में 29.00 करोड़ रूप्ये का प्राविधान किया गया है।
बी0पी0एल0 सूची 2002 के सदस्य या सवा तीन एकड़ से कम जोत के कृषक अथवा जिनकी वार्षिक आय 35 हजार रूपये से कम हो, ऐसे गरीब व्यक्तियों को कैंसर, हृदय, लीवर, किडनी एवं संक्रामक रोगों से पीडि़त होने पर भर्ती कर निःशुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है। वर्तमान समय में कुछ कैंसर का इलाज सम्भव है। ऐसे मरीजों को उपचार के पश्चात् साध्य श्रेणी में आंगणित किया जायेगा। भविष्य में पुनः कैंसर के लक्षण दिखाई देने पर उस मरीज को असाध्य श्रेणी में मानते हुए उसका निःशुल्क इलाज किया जायेगा। ऐसे हृदय रोगी जिनको भर्ती कर इलाज किया जाना है असाध्य रोग की श्रेणी में रखते हुए उनका निःशुल्क इलाज किया जायेगा। इसी प्रकार किडनी से सम्बंधित ऐसे रोगी असाध्य रोग के श्रेणी में माने जायेंगे जिनके डायलिसिस अथवा गुर्दा प्रत्यारोपण की जरूरत होगी उनका भी इलाज निःशुल्क किया जायेगा। लीवर में भी अत्यंत गंभीर मरीजों का इलाज निःशुल्क किया जायेगा। बी0पी0एल0 परिवार के मरीजों को सभी राजकीय मेडिकल काॅलेजों एवं स्वायत्तशासी चिकित्सीय संस्थानों में असाध्य रोगों का इलाज निर्धारित सीमा के अन्तर्गत रोग की गंभीरता को देखते हुए ही अग्रेत्तर इलाज के लिए अन्य संस्थानों, मेडिकल काॅलेजों एवं चिकित्सा विश्वविद्यालयों को संदर्भित किये जायेंगे।
निःशुल्क इलाज की प्रक्रिया के सुचारू क्रियान्वयन के लिए इन संस्थानों, मेडिकल काॅलेजों एवं चिकित्सा विश्वविद्यालयों के नोडल समिति में मेडिकल काॅलेज, संस्थान, चिकित्सा विश्वविद्यालय के सुपरिन्टेन्डेंट, इलाज करने वाले चिकित्सक, चिकित्सा विशेषज्ञ, सम्बन्धित विभागाध्यक्ष, नामित नोडल आफिसर एवं मैट्रन, सम्बंधित सिस्टर सदस्य होंगे। चिकित्सीय संस्थान के नोडल समित से सम्पर्क कर असाध्य रोगों के मरीज निःशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।