‘क्लीन एण्ड ग्रीन यू0पी0’ के लिए सरकार संकल्पबद्ध: अखिलेश
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री ‘लिव ग्रीन लखनऊ’ कैम्पेन के समापन समारोह में शामिल हुए
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि हम जितना प्रकृति के नज़दीक आएंगे और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करेंगे, हमारा जीवन उतना सुखी और खुशहाल होगा। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों के साथ वक्त गुजारकर और हरियाली के नजदीक आकर सभी को सुकून मिलता है। उन्होंने भावी पीढ़ी के बेहतर भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण को जन आन्दोलन बनाए जाने का आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘लिव ग्रीन लखनऊ’ कैम्पेन के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने लखनऊ को स्वच्छ, हरा-भरा और पर्यावरण अनुकूल शहर बनाने के लिए विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा तैयार किए गए माॅडलों का अवलोकन किया और एक बेहतर शहर बनाने के लिए बच्चों के विचारों और सुझावों को ध्यान से सुना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार राज्य को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और हरियाली का दायरा बढ़ाने के प्रति भी गम्भीर है। राज्य सरकार ‘क्लीन एण्ड ग्रीन यू0पी0’ के लिए संकल्पबद्ध है। इस उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां मेट्रो रेल और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से लखनऊ को नई पहचान मिलेगी, वहीं दूसरी ओर लगभग 400 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित जनेश्वर मिश्र पार्क का भी शहर के लिए खास महत्व है। इससे पूर्व, नेताजी मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में तत्कालीन समाजवादी सरकार द्वारा डाॅ0 राम मनोहर लोहिया पार्क विकसित किया गया था। प्रदेश सरकार लखनऊ में गोमती नदी की सफाई एवं सौन्दर्यीकरण भी करा रही है।
वर्तमान सरकार ‘ग्रीन इनर्जी’ को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत सोलर पाॅवर प्लान्ट स्थापित किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित लोहिया आवास में रोशनी आदि के लिए सोलर लाइट का प्रबन्ध किया गया। आने वाले समय में राज्य का एक गांव ऐसा होगा जहां रोशनी, पंखा, पानी, चक्की आदि का संचालन सौर ऊर्जा से किया जाएगा। वर्तमान में आॅर्गेनिक फूड काफी चर्चा में है, कम लोग ही जानते हैं कि हमारे देश में आॅर्गेेनिक फूड की पुरानी परम्परा रही है।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, वन राज्य मंत्री फरीद महफूज किदवई, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण संजीव सरन, सचिव मुख्यमंत्री पार्थ सारथी सेन शर्मा सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण आदि उपस्थित थे।