रीबूट सिस्टम इंडिया ने शुरू किया ग्रीन इंडिया एम्बैसडर प्रोग्राम
अनुना एजुकेशन करेगा सहयोग, स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराये जायेंगे इको फ्रैंडली कंप्यूटर्स
लखनऊ: राष्ट्रीय कौशल विकास संस्थान की पार्टनर अनुना एजुकेशन ने रीबूट सिस्टम इंडिया के साथ छात्रों की पहुँच वाले और कौशल विकास के संस्थानों के लिए अच्छे कंप्यूटर उपलब्ध कराने के लिए हाथ मिलाया है ।
विश्व पर्यावरण दिवस पर रीबूट सिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रीन इंडिया एम्बैसडर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया, जिसमे मुख्य रूप से स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थाओ को लक्षित किया गया है। अनुना एजुकेशन इस अनूठी पहल में रीबूट सिस्टम इंडिया का पूरा सहयोग करेगी ।
इस अवसर पर बोलते हुए अमित इक़बाल श्रीवास्तव (CEO ANUNA EDUCATION) ने कहा कि इस युग के डिजिटल विभाजन चैलेंजेज को पूरा करने के लिए इंडिया को एक देश के रूप में इको फ्रैंडली कंप्यूटर्स की आवश्यकता है जो कि न केवल विश्वसनीय है बल्कि लोगो की पहुच में रहते हुए वातावरणीय जागरूकता को उन्नत करने का कौशल रखते हैंए अनुना एजुकेशन लगातार पूरे स्टाफ, छात्रों और अन्य हितधारकों के लिए रीबूट कंप्यूटर्स न केवल फिट करने के लिए बल्कि पर्यावरण और ई वेस्ट की चुनौती को पूरा करने के लिए वचन बद्धः है।
इसी अवसर पर आनंद टाटर, संस्थापक एवं निदेशक ने कहा कि 21वीं शताब्दी में तकनीकी कौशल के लिए कंप्यूटर के कौशल को जीवन में अवसर के रूप में विकसित करना है। हम रीबूट के माध्यम से अपने इनोवेटिव उत्पाद को अंतिम मील के रूप में डिजिटल राजमार्ग पर पर्यावरण प्रबंधन के लिए कटिबद्ध हैं।
अंशुमान साहा (सह संस्थापक और ऑपरेशन हेड) ने इसी में अपना योगदान देते हुए कहा कि आधुनिक भारत में निश्चित् रूप से कंप्यूटर और कंप्यूटर लैब छात्रों के हित के लिए प्रत्येक स्कूल एवं कॉलेज मे आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एक मितव्ययी पुनर्निमाण एवं पुनः प्रमाणीकरण के योग्य सिस्टम हैए जो कई पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी है।
मिस रूबी श्रीवास्तव ने कहा पुनः निर्मित लैपटॉप कंप्यूटर न केवल स्वस्थ वातावरण बल्कि मोदी जी के मन्त्र के लिए आवश्यक हैए हम चाहेंगे कि अधिक से अधिक् विद्यालय एवं कौशल विकास को बढ़ने वाली संस्थाये और उत्तर प्रदेश स्किल डेवलपमेंट मिशन आदि इसे अपनाने के लिए आगे आएं।
जयंत कृष्णा (प्रिंसिपल कंसलटेंट) जो कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं ने कहा कि भारत में कंप्यूटर की पैठ 10 प्रतिशत के भी नीचे है और यदि आप इसके बाहर परीक्षण करेंगे तो आप पाएंगे कि यह औसत 3 प्रतिशत से भी कम है। यह हर व्यक्ति का एक अनिवार्य उत्तरदायित्व है कि वो इस डिजिटल एजुकेशन के सम्बन्ध में हर स्तर पर ध्यान दे। कंप्यूटर्स का पुनर्निर्माण इस लाभ प्रदान करता है क्योकि इसमें ई वेस्ट की समस्या तो समाप्त होती ही है साथ में उचित कीमत होने के कारण यह लोगों की पहुच में आसानी से है।
रीबूट सिस्टम के प्रतिनिधि आनंद टाटर एवं राहुल चौधरी ने कहा की भारत का बाजार कंप्यूटर की खोज और गोद लेने की रुचिकर स्थिति में हैए इसलिए ऐसा विश्वास है कि रीबूट प्रत्येक व्यक्ति की कंप्यूटर की आवश्यकता को पूर्ण करेगा। अनुना एजुकेशन ने विश्व पर्यावरण दिवस की भावना को ध्यान में रखते हुए हरित भारत के राजदूत के प्रमाण पत्र उनकी वचनबद्धता को ध्यान मइ रखते हुए प्रस्तुत किये। रीबूट के बारे मेंरू भारत में पहली पुनःनिर्मित एवं ई वेस्ट सर्टिफाइड कंपनी के रूप में ग्रीन इंडिया तथा एक ऐसा भारत जहाँ पीसी डिजिटल विभाजन कम है। हम भविष्य के विकास के लिए आई टी की कीमती सम्पत्तियो को पुनर्जीवित करते हैं।