लैपटाॅप, वाई-फाई और साइकिल आज की हकीकत: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने मेधावियों को बांटे लैपटॉप
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हाईस्कूल-इण्टर के छात्रों को निःशुल्क लैपटाॅप उपलब्ध कराकर सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त गैर-बराबरी को दूर करने का कार्य किया है। अब तक 15 लाख निःशुल्क लैपटाॅप वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना से लाभान्वित गरीब छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ा है और उनमें तकनीकी के प्रति व्याप्त भय भी समाप्त हो गया है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां गोमती नगर में लखनऊ जनपद के मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान श्री यादव ने यू0पी0, सी0बी0एस0ई0 तथा आई0सी0एस0ई0 बोर्ड के वर्ष 2014 में उत्तीर्ण मेधावी छात्रों को लैपटाॅप वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने लखनऊ जनपद के चिनहट क्षेत्र में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय की स्थापना किए जाने की भी घोषणा की।
श्री यादव ने कहा कि वर्ष 2012 में जब 12वीं पास छात्रों को निःशुल्क लैपटाॅप वितरण का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया, तो समाजवादी सरकार के विरोधियों ने योजना की बड़ी आलोचना की थी और मजाक भी उड़ाया था। कुछ विरोधियों को तो इस बात का संशय था कि यह योजना शायद ही मूर्तरूप ले सके। बाद में यही विरोधी फ्री वाई-फाई की वकालत करने लगे। उन्होंने कहा कि इन विरोधियों को वाई-फाई की वकालत करने से पहले यह सोचना चाहिए था कि वे निःशुल्क लैपटाॅप वितरण का विरोध न करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लैपटाॅप, वाई-फाई और साइकिल आज की हकीकत है, इसे कोई झुठला नहीं सकता। अन्य राज्यों द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना की नकल के साथ-साथ राज्य सरकार की अन्य योजनाओं की भी नकल की जा रही है। प्रदेश सरकार ने 15 लाख निःशुल्क लैपटाॅप का वितरण पूर्णतया पारदर्शी ढंग से किया और इस परियोजना में कहीं से भी भ्रष्टाचार की कोई शिकायत नहीं मिली। इतनी बड़ी योजना विश्व में कहीं भी आज तक लागू नहीं की जा सकी है। साइकिल को स्वास्थ्य तथा पर्यावरण के लिए आवश्यक बताते हुए उन्होंने कहा कि इस सच्चाई को अब समाजवादी सरकार के विरोधी भी मानने लगे हैं। इसकी उपयुक्तता को ध्यान में रखते हुए ही राज्य सरकार कई जगहों पर साइकिल ट्रैक निर्मित करा रही है।
श्री यादव ने कहा कि निःशुल्क लैपटाॅप वितरण के माध्यम से राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण एवं शहरी छात्रों में व्याप्त असमानता को दूर करना चाहती थी और वह इसमें सफल भी हुई है। अब सभी छात्रों को काॅम्पटीशन के लिए तैयारी करने में लैपटाॅप और इण्टरनेट के माध्यम से बराबर की मदद मिलेगी और सबके पास आगे बढ़ने के समान अवसर होंगे। इस योजना ने समाज में मौजूद भेदभाव को भी कम करने का कार्य किया है।
श्री यादव ने प्रदेश के विकास के लिए लागू योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य की चिकित्सा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की गई है। समाजवादी एम्बुलेन्स सेवा ‘108’ तथा नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस ‘102’ प्रदेश में संचालित हो रही हैं, जिसका भरपूर लाभ गरीबों को मिल रहा है। अस्पतालों में लोगों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और सभी प्रकार की जांचें भी निःशुल्क कर दी गई हैं। इसी प्रकार राज्य में अवस्थापना सुविधाओं को भी उच्चीकृत किया जा रहा है। लखनऊ में मेट्रो रेल पर कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा, चार अन्य शहरांे में भी मेट्रो रेल चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर तेजी से कार्य चल रहा है। यह एक्सप्रेस-वे सफलता और भविष्य के नए रास्ते खोलेगा। गरीबों की मदद के लिए राज्य सरकार ने ‘समाजवादी पेंशन योजना’ लागू की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाने के लिए राज्य सरकार ने नई औद्योगिक नीति लागू की, जिससे बाहरी निवेश के रास्ते भी खुल गए हैं। उन्होंने कहा कि निवेश होने पर हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि मुनाफे का कितना बड़ा भाग बाहर जा रहा है।
कार्यक्रम को माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली, स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय कुमार सिंह ‘पण्डित सिंह’ तथा विजय बहादुर पाल ने भी सम्बोधित किया।