आर्थिक विकास में हुई 7.3 प्रतिशत की वृद्धि
नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था में वर्ष 2014-15 में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ये वृदि्ध सुविधाओं और निर्माण क्षेत्रों में सुधार की वजह से हुई है। शुक्रवार को सेंट्रल सटेस्टिक्स ऑफिस (सीएसओ) के द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक 2013-14 में आर्थिक विकास 6.9 प्रतिशत था। पिछले वित्त वर्ष की चौथे तिमाही (जनवरी-मार्च) में देखा गया था कि आर्थिक विकास 7.5 प्रतिशत था, जोकि इससे पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के 6.6 प्रतिशत से बेहतर है।
पिछले वित्त वर्ष में लोगों की औसत आमदनी 5.9 फीसदी बढ़कर 74 हजार 104 रूपये सालाना पर पहुँच गई है। सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी वित्त वर्ष 2014-15 के अंंतिम आंकड़ों के अनुसार, नयी गणना प्रणाली के आधार पर स्थिर मूल्य पर प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2013-14 के 69 हजार 959 रूपए से बढ़कर 74 हजार 104 रूपए पर पहुँच गई है।
इस प्रकार पिछले वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति आय 5.9 फीसदी बढ़ी, जबकि 2013-14 में इसमें 5.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही थी। सकल राष्ट्रीय आय में पिछले वित्त वर्ष में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही और यह 105.13 लाख करोड़ रूपए पर पहुँच गई। हलाँकि 09 फरवरी को जारी अनुमान में इसके 105.28 लाख करोड़ रूपए पर रहने की बात कही गयी थी। 2013-14 में यह 98 लाख करोड़ रूपए रही थी और इसकी वृद्धि दर 6.8 फीसदी रही थी।
चालू मूल्य के आधार पर प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2013-14 के 80 हजार 388 रूपए से 9.2 प्रतिशत बढ़कर 87 हजार 748 रूपए पर पहुँच गयी। इस आधार पर सकल राष्ट्रीय आय 112.05 लाख करोड़ रूपए की तुलना में 10.5 प्रतिशत बढ़कर 123.84 लाख करोड़ रूपए हो गई।